ओजोन परत के क्षरण के लिए हमारी जीवनशैली जिम्मेदार : कुलपति

  • कृषि विश्वविद्यालय में मनाया गया विश्व ओजोन दिवस

बांदा। विश्व ओजोन दिवस 16 सितंबर, 2021 को प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन विभाग, वानिकी महाविद्यालय द्वारा बांदा कृषि और प्रौद्योगिकी, बांदा विश्वविद्यालय में  मनाया गया। इस अवसर के मुख्य अतिथि कुलपति, और विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय पर्यावरण प्रमुख गोपाल आर्या थे। वातावरण की ओजोन परत की महत्ता के बारे में जागरूकता पैदा करने और जीवित प्राणियों के अस्तित्व में ओजोन परत की भूमिका हेतु यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। 

कुलपति डा. यू.एस. गौतम ने अपने संबोधन में बताया कि ओजोन परत के क्षरण के लिए हमारी आधुनिक जीवन शैली जिम्मेदार है। बिजली के उपकरणों जैसे वातानुकूलित, रेफ्रिजरेटर आदि से निकलने वाली सीएफसी गैसें प्रमुख कारक हैं। उन्होंने श्रोताओं से सीएफसी संचालित उपकरणों को कम करने की अपील की और सीएफसी मुक्त प्रौद्योगिकियों के विकास को बढ़ावा देने के लिए भी कहा। श्री आर्या जी ने पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए पौधों की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने दर्शकों से आगे आने और पेड़ लगाने का आग्रह किया ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य बेहतर और स्वस्थ हो।

वानिकी महाविद्यालय के डीन डा. संजीव कुमार ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मोनिका जैन, सहायक प्रोफेसर (प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन) द्वारा किया गया। इस अवसर पर एनएसएस इकाई, वानिकी महाविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. चंद्रकांत तिवारी ने एनएसएस स्वयंसेवकों द्वारा वृक्षारोपण के साथ-साथ नारा लेखन और पेंटिंग का आयोजन किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ शरद कुमार सिंह, विभागाध्यक्ष, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन विभाग, वानिकी महाविद्यालय द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में डॉ. एस.के. सिंह, रजिस्ट्रार, डॉ जी एस पंवार, डीन कृषि महाविद्यालय, डॉ अजय सिंह, प्रभारी डीन बागवानी महाविद्यालय डा. बी.के. सिंह, निदेशक प्रशासन और निगरानीय डॉ एसी मिश्रा, डा नरेंद्र सिंह, डा अजीत सिंह, डा बी.के. गुप्ता, प्रभारी मीडिया प्रकोष्ठ, डॉ अरबिंद गुप्ता, इंजीनियर संजय आदि उपस्थित थे।



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