बांदा। प्रदेश की योगी सरकार चाहे जितने दावे करे की उत्तर प्रदेश में वृक्षारोपण कर आक्सीजन बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन बांदा जिले के वन विभाग के अधिकारियों के द्वारा लाखों रुपए का लकड़ी माफियाओं के साथ मिलकर धंधा कर रहे हैं जिससे हरे भरे पेड़ों का कटान किया जा रहा है किसान कामता ने आरोप लगते है। बताया कि शाम होते ही लकड़ी ट्रकों और ट्रक्टरो में लोड होकर बाहर बचने के लिए ले जाते है।
लकड़ियों का कई जगहों पर लकड़ियों का डंप रहता है इसके बाद वही लकड़ी अधिकारियों के सह से ट्रैक्टरों में लोड करा कर बाहर भेजी जाती हैं जिसमें ज्यादातर शीशम की लकड़ी व नीम और रिया की लकड़ी रहती हैं शाम होते ही ट्रैक्टरो और ट्रक लकड़ियों से भरे दिखने लगते हैं जिसकी मीडिया में कई बार खबर चली है फिर भी वन विभाग के अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई और निरंतर हरे भरे पेड़ों का कटान चालू है जिनका पॉइंट पैलानी तहसील के कई जगहों पर लकड़ियों का डंप रहता है। जब पूरे मामले की जानकारी रेंजर पैलानी की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि बबूल और रिया के पेड़ों में छूट है वही पेड़ काटे जाते हैं।
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