नशा पीड़ित लोगों के लिए वरदान है नशा मुक्ति केंद्र

आज के युवा ही कल के भविष्य बनेंगे। और उन्हें नशा के चंगुल से मुक्त करने का प्रयास समाज सेवी संस्था छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र साहू लगातार 27 वर्षों से अभीभाजीत सरगुजा जिला में  नशामुक्ति जागरूकता अभियान का कार्य  कर रहे है। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र साहू ने बताया कि आज कि युवा पीढ़ी नशीली पदार्थो के दुर्गुणों को जानते हुए भी छडीक मजा और आनन्द लेने के लिए नशे के आगोश में डुबकी लगा रहे हैं। जिससे उनका पैसा और शरीर दोनों ही समाप्त हो रहा है। नशे कि गिरफ्त में होने से जहा उनका जीवन खराब हो रहा है वहीं भारत का भी भविष्य अंधकारमय हो रहा है। 

आज लगभग सभी गांवों में विभिन्न प्रकार के नशा सभी वर्गों के लोगों को आसानी से उपलब्ध हो जा रही है। कोई भी कहीं भी रोकने टोकने वाला नहीं है। किसी भी गांव में आसानी से आज सभी लोगों को  बीडी, सिगरेट, तम्बाकू, गुटका, शराब, आयोडेक्स, सुलेशन, गांजा भांग पान-मसाला,सुलेशन, मिल जा रहा है। सुरेन्द्र साहू ने बताया कि अधिकांश लोग अपने अपने माता-पिता, परिवार और अपने आस पास के लोगों को ही देखकर नशा की सुरूवात करते हैं फिर धीरे धीरे इसकी आदत हो जाती है। नशा पान करने के लिए व्यक्ति कुछ भी नहीं सोचता है और वह नशा प्राप्त करने के लिए कुछ भी कर सकता है। सरगुजा संभाग में नशे कि विभीषिका को देखते हुए छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा जिला प्रशासन सरगुजा व उपसंचालक समाज कल्याण विभाग सरगुजा  के सहयोग से जुलाई 2021 से सरगुजा संभाग मुख्यालय में 15 विस्तर का नशामुक्ति केन्द्र केदारपुर अंम्बिकापुर में संचालित किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र साहू ने बताया है कि कोई भी व्यक्ति जब लगातार 10-15, दिन शराब या किसी भी प्रकार का नशा पान करना सुरू करता है तो वह नशें का आदि हो जाता है। 

लगातार नशा पान करने पर उसे एडिक्ट कहा जाने लगता है। जब वह नशें का आदि हो जाता है और उसे नशा नहीं मिल पाता है, जिसके वजह से उसे घबराहट, बेचैनी, हड़बड़ाहट, लडखडाहट आने लगता है, उसे बोलने में भी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिससे उसकी समस्थ इंन्द्रिया अस्त व्यस्त हो जाती है। और उस व्यक्ति का उसका मानसिक संतुलन और स्वास्थ्य समाप्त होने लगता है। ऐसे में वह व्यक्ति द्वारा कभी भी आत्महत्या भी कर लिया जाता है, नशा नहीं मिलने की स्थिति में वह व्यक्ति पुनः नशा कि ओर बढ़ जाता है।और वह छडिक आंनद और शरीर में फुर्ती और सुख प्राप्त कर लेता है। जिससे उस व्यक्ति को  कुछ मानसिक तनाव भी कम होने लगता है। परन्तु कुछ घंटे बाद ही उसकी हालत जश की तश हो जाती है। और वह पुनः फिर से नशा के दलदल में पहुंच जाता है।  

नशा मुक्ति केंद्र में यह मीलती है सुविधाएं- 

सरगुजा संभाग मुख्यालय केदारपुर अम्बिकापुर में नशा मुक्ति केंद्र के संचालन सुरेन्द्र साहू ने बताया है कि जिस प्रकार किसी बिमार व्यक्ति का चिकित्सा के माध्यम से उसका  इलाज किया जाता है और बिमारियों से छुटकारा मिल जाता है।उसी प्रकार नशा से पिडित व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराकर उसका सफलता पुर्वक उपचार किया जा सकता है। इस दौरान नशा पिडित व्यक्ति को नशे से दुर रखा जाता है,जब व्यक्ति को नशीला पदार्थ नहीं मिलता है, तब उसे शारीरिक और मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में नशा मुक्ति केंद्र में पदस्थ चिकित्सक उसका उचित इलाज करके उसको ईस परेशानी से मुक्त कर दिया जाता हैं। साथ ही नशा मुक्ति केंद्र में योगा और ध्यान के माध्यम से व इंडौर गेम मनोरंजन के माध्यम से उसका ब्रेनवाश किया जाता है।

उसी के साथ साथ लगातार उसको काउंसलर के द्वारा काउंसलिंग का काम भी लगातार किया जाता है जिससे माध्यम से उनका ब्रेनवाश करके उसके जीवन में आनंद भरने का प्रयास लगातार किया जाता है जिसमें उनमें जीवन जीने की ललक बढ़ने लगती है और वे घीरे घीरे नशा को त्यागकर अच्छा जीवन जीना चाहता हैं। और धीरे धीरे राष्ट के मुख्य धारा में जुड़ जाते हैं। नशा मुक्ति केंद्र अंम्बिकापुर में नशा पीड़ित लोगों को सुबह चाय नास्ता दुध फल, दोपहर पौष्टिक, भोजन और रात को पौष्टिक भोजन रितु अनुसार दिया जाता है जिससे नशा से उत्पन्न होने वाली बिमारियों से बचाव किया जा सके।

नशा मुक्ति केंद्र अंम्बिकापुर के संचालन सुरेन्द्र साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा लगातार 27 वर्षों से नशा मुक्ति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है जिसमें नशा से होने वाली सभी प्रकार कि बिमारियों के बारे ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करके छोड़ने को कहा जाता है। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के प्रयासों से अनोको लोगों ने नशा भी त्याग कर दिया है।

छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा में मेंन रोड के दिवालों मे नशामुक्ति का प्रचार -प्रसार और पोस्टर पंम्पलेटो के माध्यम से लगातार जागरूकता कार्यक्रम अभियान चलाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा द्वारा जिला प्रशासन सरगुजा एवं उपसंचालक समाज कल्याण विभाग के दिशा-निर्देश पर मैनपाट के विभिन्न ग्राम पंचायतों  में लगातार नशामुक्ति जागरूकता अभियान और नशामुक्ति केन्द्र भी पुर्व में चलाया जा चुका है। जहां पर मांझी, मझवार लोगों को नशा न करने कि सलाह दी जाती रही है। छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा छग के प्रयायो से अनेकों लोगों ने नशा का परित्याग करके अच्छा जीवन व्यतीत कर रहे हैं।



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