केन की छाती पर फिर गरजने लगी खनन माफिया की पोकलैण्ड मशीनें

  • ज्यादातर मोरंग खदानों से ही कराई जा रही ओवर लोडिंग

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। दबंग खनन माफियाओं की जमात एक बार फिर यहां की नदियों की छाती छलनी करने को उतर पड़ी है।पिछले डेढ़ महीने से केन और बागे जैसी नदियाें के विभिन्न मोरंग घाटो पर खनन माफियाओं की पोकलैंड और जेसीबी मशीनें गरज रही हैं। ओवरलोडिंग के हाल यह हैं की मोरंग खदानों मैं ट्रक लेने आए ट्रकों को इतना भर दिया जाता है की वे खदान से माल लेकर मुख्य मार्गो तक नहीं पहुंच पाते ।ऐसे में जबरदस्त तरीके से ओवर लोड भरे गए ट्रकों को जेसीबी मशीनों से ठेल  कर मुख्य मार्गो तक पहुंचाया जा रहा है। 

इस साल यहां की केन नदी खनन माफियाओं के मुख्य निशाने पर  मानी जा रही है ।अवैध खनन का सर्वाधिक गड़बड़ मामला यहां के केन नदी की अछरौंड खदान खंड संख्या एक में किया जा रहा है ।इस मौरंग खनन के मुख्य पट्टेदार पडोसी जिले के दबंग दादू आनंद त्रिपाठी उर्फ बब्बू त्रिपाठी बताए जा रहे हैं।इनके बारे मे मालुम हुआ है कि  यह बांदा-चित्रकूट के पूर्व भाजपा सांसद के करीबी रिश्तेदार हैं, और सपा खेमे से एमएलसी का चुनाव भी लड चुके हैं। इन्होंने अपनी खदान मे  खनन के काम काज की जिम्मेदारी यहां के एक कथित पत्रकार को दे रखी है इस पत्रकार का काम खनिज विभाग, पुलिस ,परिवहन और जिला प्रशासन ,को खुश करना है ताकि मोरंग खदान में किए जा रहे वैध- अवैध,खनन और परिवहन पर कोई  कार्यवाही ना हो सके ।बदले मे यह टुच्चा पत्रकार भी अच्छा खासा लाभ कमा रहा हैं।

अधम निलज्ज लाज नहिं आई

यहां के जिस कथित पत्रकार को अछरौंड मोरंग खदान की देखरेख का जिम्मा सौंपा गया है,वह कुछ साल पहले तक बेसहारा हुआ करता था। लेकिन जबसे उसे अखबार का सहारा मिला ! तबसे वह अबैध कमाई के सारे गुर सीख गया । हालांकि कमाई के चक्कर मे खनन माफियाओं ने इसे कई बार ठोंका-पीटा,खोपडी फोडी! किन्तु कमाई के चस्के मे इसने खनन माफियाओं के ही पैर पकड लिये। परिणामस्वरुप आज यह चुरकुट कथित पत्रकार कई गाडियों का मालिक है। करोडों मे खेल रहा है।

खदान से ही की जा रही ओवर लोडिंग

पत्रकारिता और दबंग खनन माफिया  के रोब में अछरौड खदान खंड संख्या -1 में खदान से ही जबर्दस्त तरीके सेओवर लोडिंग कराई जा रही है । जेसीबी मशीनों से मोरंग भरे ओवरलोड ट्रकों को  पीछे से ठेल कर सड़कों तक पहुंचाया जा रहा है। ऐसे ही हाल केन नदी की मरौली खदान खंड संख्या 2,मरौली खंड 3 , मरौली खदान खंड संख्या 4, मरौली खंड संख्या 5 ,खपटिहा  खदान खंड संख्या 100/3 और अमलोर खदान खंड संख्या 7 का है। इन खदानों का संचालन क्रमश:राजू खान, जावेद /संजय सिंह ,राहुल सक्सेना, संजय सिंह, विपुल त्यागी आदि दबंग खनन माफिया कर रहे हैं। पट्टा कहीं का है। खनन कहीं और किया जा रहा है? यहां मरौली खदान खंड संख्या-3 मे भी एक कथित मानवाधिकारी टुच्चे पत्रकार की दखलंदाजी बताई जा रही है। 

बबलू खान के नाम से जाना जाने वाला शहर का बदनाम बबलू लुच्चा, पत्रकार का चोला कब ओढ बैठा ? किसी को पता ही नहीं चला।बताते हैं कि जिले के पत्रकारों को पटाने का जिम्मा इसी लुच्चे को खदान संचालक ने सौंपा है। गांव वाले बताते हैं कि ओवरलोड ट्रकों की धमाचौकड़ी से यहां के गांव और शहरों की सड़कें ध्वस्त होती जा रही हैं। किंतु अवैध खनन और दिन रात निकल रहे  ओवरलोड ट्रक यहां के खनिज विभाग और जिला प्रशासन को नजर नहीं आ रहे हैं।

ओवरलोडिंग के खिलाफ हो रही कार्यवाही 

जिला खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता का कहना है ओवरलोडिंग के खिलाफ हम लगातार कार्यवाही कर रहे हैं।ओवर लोडिंग रोकने के लिये एक टीम भी बनाई गयी है। पिछले दिनों छापा मारकर कई ओवरलोड ट्रक पकड़े थे और लाखों का राजस्व वसूला था। आगे भी कार्यवाही जारी रहेगी।

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