आजादी का अमृत महोत्सव के भाग के रूप में आरईसी द्वारा असम में 'बिजली उत्सव' का आयोजन किया गया

नई दिल्ली/पीआईवी। 'आजादी का अमृत महोत्सव' के भाग के रूप में- आजादी के 75 वर्ष का जश्न मनाने के लिए, आरईसी लिमिटेड, विद्युत मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली एक सार्वजनिक अवसंरचना वित्त कंपनी, ने कल असम के कामरूप जिले के सोनापुर गांव और आस-पास के गांवों में एक 'बिजली उत्सव' का आयोजन किया। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्ति जैसे श्री. बिपुल डेका, अध्यक्ष, सोनपुर ग्राम पंचायत, कुंजोलता डेका, रूहिणी कु. दास, पूर्व अध्यक्ष सोनपुर ग्राम पंचायत और श्री उपेन भटल्या, सेवानिवृत्त प्राचार्य उपस्थित हुए।

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इस कार्यक्रम में गणमान्य व्यक्तियों और सम्मानित अतिथियों ने विद्युत के लाभों पर प्रकाश डाला, दूरदराज के क्षेत्रों में विद्युतीकरण के दौरान आने वाली चुनौतियों और विद्युत पहुंचने के साथ उनके जीवन की गुणवत्ता में किस प्रकार से सुधार हुआ, इस पर प्रकाश डाला। विद्युत ने किस प्रकार से उनके जीवन को बदलकर रख दिया है, इस पर अपने अनुभवों और विचारों को साझा करने के लिए गांवों के लाभार्थियों को भी मंच पर आमंत्रित किया गया।

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ग्रामीण लोगों और बच्चों से जुड़ने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। विद्युत के फायदे और इसके संरक्षण, स्वच्छ भारत अभियान और कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल जैसे विषयों पर ज्ञान देने के लिए नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार के रूप में एलईडी बल्ब का वितरण करने के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ। बड़ी सभा को ध्यान में रखते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि सामाजिक दूरी और मास्क पहनने जैसे सभी कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया जाए। इसके अलावा सभी उपस्थित लोगों के बीच मास्क का वितरण भी किया गया।

आरईसी लिमिटेड के संदर्भ में: आरईसी लिमिटेड एक नवरत्न एनबीएफसी है, जो कि पूरे भारत में विद्युत क्षेत्र का वित्तपोषण और विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। 1969 में स्थापित किए गए आरईसी लिमिटेड ने अपने क्षेत्र में पचास वर्षों से ज्यादा का समय पूरा किया है। यह राज्य विद्युत बोर्डों, राज्य सरकारों, केंद्र/राज्य विद्युत कंपनियों, स्वतंत्र विद्युत उत्पादकों, ग्रामीण विद्युत सहकारी समितियों और निजी क्षेत्र के जनउपयोगी सेवाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करता है। इसकी व्यावसायिक गतिविधियों में पूर्ण विद्युत क्षेत्र मूल्य श्रृंखला में वित्तपोषण परियोजनाएं और विभिन्न प्रकार की परियोजनाओं में उत्पादन, ट्रांशमिशन, वितरण और नवीकरणीय ऊर्जा भी शामिल हैं।

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