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पैलानी थाना पुलिस की दबंगई देखने को मिली महिला ने लगाया गंभीर आरोप

पैलानी/बांदा। प्रदेश की योगी सरकार चाहे जितने दावे करें कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चुस्त-दुरुस्त हैं लेकिन जब रक्षक ही भक्षक बन जाए तो कानून व्यवस्था कैसे रहेगी बांदा के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन जो एक ईमानदार पुलिस अधीक्षक लेकिन जिनकी छवि पैलानी पुलिस के द्वारा खराब की जा रही हैं। पैलानी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवक को अवैध खनन का वीडियो बनाना पड़ा भारी अवैध खनन का वीडियो बनाने पर दबंगों सहित पुलिस ने घर के अंदर घुस कर की मारपीट आपको बता दें कि पूरा मामला पैलानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक गांव का है। जहां के रहने वाली महिला ने पुलिस अधीक्षक बांदा को प्रार्थना पत्र देकर बताया सोमवार को सुबह वीडियो अवैध बालू भरे ट्रैक्टरो का वीडियो बनाया था जिसकी शिकायत पैलानी पुलिस से की थी जिसे नाराज होकर विक्रम सिंह पुत्र राम अवतार निवासी पैलानी डेरा जो पुलिस की मुखबिरी का काम करता है और विकास पुत्र जयराम सिंह व बलवीर यादव पुत्र जगमोहन निवासी पडोहरा पुलिस के साथ में मिलकर अवैध खनन करके लाखों रुपए प्रतिमाह कमाते हैं। 

उक्त लोगों द्वारा पीड़िता व उसके परिवार को पुलिस से झूठी शिकायत करके आए दिन पुलिस उत्पीड़न से संगीन फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने की धमकी देते रहते हैं । दिनाक 29/11/21 को थाना पैलानी में तैनात दरोगा चंद्रजीत यादव मोबाइल नंबर 8887868834 हैं। वह अपने साथ पुलिस कांस्टेबल साथियों के साथ उपयुक्त लोगों के साथ शराब पी और उक्त लोगों की झूठी शिकायत पर उपरोक्त सभी एक राय होकर रात्रि करीब 2 बजे दरवाजे पर आए और दरवाजा खटखटाया पीड़िता ने दरवाजा खटखटा हट की आवाज सुनकर दरवाजे के पास आए और पूछा कि आप लोग कितनी रात्रि को हमारे यहां क्यों आए हो उन्होंने कहा कि हम थाना पैलानी पुलिस हैं दरवाजा खोलो नहीं तो दरवाजा तोड़ डालेंगे। 

भारतीय ने दरवाजा खोला तो उपरोक्त सभी जबरदस्ती एक राय होकर घर के अंदर घुस आए विरोध करने पर कहा कि तुम लोग गांव में आतंक मचाए हो गुंडागर्दी करते हो और पीड़िता के साथ गाली गलौज तथा मारपीट की चिल्लाने पर पीड़िता के पति रामबली व सास भूलिया देवी जग गए तभी दरोगा चंद्रजीत यादव व विकास ने बुरी नियत से पीड़िता का हाथ पकड़ लिया और अश्लील हरकतें करने लगे रामबली व फुलिया को पुलिस वालों ने पकड़ लिया चंद्रजीत यादव ने धमकी दी कि तुम्हारा वह हाल करेंगे कि किसी को मुंह दिखाने लायक न रहोगी और पुन धमकी दी कि अगर कहीं शिकायत की तो तुम्हारे और तुम्हारे पर को ऐसे संगीन मुकदमे में फंसा दूंगा की जमानत भी नहीं हो पाएगी। 

पीड़िता ने पूरी घटित घटना की प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखाने 30 नवंबर 21 को थाना पैलानी गई तो दरोगा जी ने पीड़िता की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज नहीं की और पीड़िता को उल्टे यह शब्द कहा और थाने से भगा दिया कहां जहां जाना हो चली जाओ पीड़िता उपरोक्त लोगों से भयभीत है विक्रम सिंह विकास बलवीर यादव दबंग एवं आदमी है और उनको पैलानी थाना पुलिस चंद्रजीत यादव का संरक्षण प्राप्त है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है जब पूरे मामले की जानकारी पैलानी थाना प्रभारी उमेश कुमार से लेनी चाहिए उन्होंने कई बार फोन लगाने के बाद भी फोन नहीं रिसीव किया।

मायके से पत्नी के ना आने से पति ने फांसी लगाकर दी जान

पैलानी/बांदा। थाना क्षेत्र के इछावर के मजरा जिउला डेरा में 28 वर्षीय सुशील पुत्र श्रीपाल निषाद सूने घर में रस्सी का फंदा बनाकर पंखे से लटक कर जान दे दी सुबह छोटा भाई श्रवण ने देखा तो दौड़कर पड़ोसियों एवं अपनी मां सावित्री जो खेत में बने डेरा में काम कर रही थी सूचना दी वहीं मौके पर पहुंचे सब इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए लाश को भेज दिया मृतक की शादी4 साल पहले फतेहपुर गांव के कोर्रा के मजरा घनश्याम का डेरा में हुई थी मृतक के कोई पुत्र नहीं है मृतक पांच भाइयों में सबसे बड़ा था।

वहीं मृतक के चाचा चुनका निषाद ने थाने में आत्महत्या की तहरीर दी है, मृतक के चाचा चुनकानिषाद ने बताया कि 1 सप्ताह पहले पत्नी सोनू अपनी छोटी बहन की शादी में अपने गांव घनश्याम का डेरा गई थी वही विदाई के समय मेरे भतीजे ने पत्नी को फोन किया तो पत्नी ने कहा कि विदाई के बाद ही आऊंगी वही नाराज होकर मृतक मड़ौली घाट से वापस अपने घर आया और फांसी पर झूल गया घटना के समय दरवाजा खुले थे वही घटना की सूचना मिलने पर पत्नी सोनू मायके से ससुराल पहुंच गई है पत्नी सोनू व मां सावित्री का रो-रोकर बुरा हाल है।

ससुरालजनों ने दहेज की मांग पूरी ना होने पर महिला को घर से निकाला

बांदा। दहेज लोगों ने एक महिला को दहेज की मांग पूरी ना होने पर घर से निकाल दिया महिला ने आज पुलिस अधीक्षक की चौखट पर न्याय की गुहार लगाई है आपको बता दें कि पूरा मामला बबेरू कोतवाली के अंतर्गत ग्राम भाटी का है जहां की रहने वाली महिला फूल कुमारी ने आज पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि महिला की शादी 2019 को मुकेश निवासी आलिया कोतवाली बबेरू के साथ हिंदू रीति रिवाज के साथ हुई थी। पीड़िता के पिता ने अपनी हैसियत के हिसाब से दहेज में ₹100000 नगद एक सोने की जंजीर 8 ग्राम सोने के अंगूठी तथा अलमारी बक्सा आदि सहित बर्तन दहेज का सम्मान देकर विदा किया था पीड़िता जब दोबारा चौथी के बाद ससुराल गई तो ससुराल में मुकेश तथा ससुर पप्पू सास आशा ने मिलकर कम दहेज लाने के ताने देने लगे पति शराब पीकर पीड़िता के साथ आए दिन मारपीट करने लगे पीड़िता चुपचाप सहन करती रही।

जब आए दिन ससुराल वाले ₹100000 और मोटरसाइकिल की मांग करने लगे तथा अधिक शारीरिक व मानसिक प्रताड़ना देने लगे तो घटना की सारी जानकारी पीड़िता ने अपने माता पिता को बताई तब पीड़िता के पिता ने रिश्तेदारों के माध्यम से पंचायत लगवाई तो ससुराल जनों ने पंचायत में मान गए लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से वही रवैया अपना लिया ससुराल में मिले जेवर को पति बेचकर शराब पी लिए पिताजी को फोन से बात बताई तो मेरे पिताजी ने स्वयं जाकर सास-ससुर से कहा लेकिन वह लोग नहीं माने और मुझे दिनांक 13 /08/2021 को रक्षाबंधन के दिन सास तथा मेरे पति ने मुझ को शराब पीकर मारा पीटा तथा मेरे बाल पकड़कर घर से बाहर निकाल दिए मेरे पिता के बनाए हुए गहने भी उतरवा लिया तभी मेरा बड़ा भाई आकर मुझे घर ले आया और महिला गर्भवती है तभी से अपने माता-पिता के साथ रह रही हूं पिता ने रिश्तेदारों के माध्यम से दिनांक 14 /11/2021 को दोबारा पंचायत की लेकिन ससुराल वाले बाज नहीं आ रहे और ना ही महिला को रखने के लिए तैयार हैं तथा जान से मारने की धमकी देते हैं।

जिला उपभोक्ता आयोग में आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के लिए तैयारियां शुरू

बांदा। उपभोक्ता मामले विभाग भारत सरकार नई दिल्ली की अपर सचिव निधि खरे आईएएस और उत्तर प्रदेश सरकार उपभोक्ता संरक्षण बाट माप विभाग के उप सचिव के अनुपालन में निबंधक राज्य आयोग द्वारा निर्देशित किया गया है कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाने में भाग लेने के लिए 30 सितंबर 2021 तक लंबित मामलों को बेंच मार्क करते हुए 28 फरवरी 2022 तक निपटाए गए कुल वादों के आधार पर रैंक पैरामीटर अभियान के तहत 15 मार्च 2022 को अर्थात विश्व उपभोक्ता दिवस में परिणाम घोषित किए जाएंगे।

राज्य आयोग के निबंधक के आदेश के अनुपालन में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग बांदा के अध्यक्ष तूफानी प्रसाद और सदस्य अनिल कुमार चतुर्वेदी ने पुराने मामलों को निपटाने के लिए 03 दिसंबर 2021 में अपराहन 11:00 बजे प्री ट्रायल मीटिंग का आयोजन किया है। उपभोक्ताओं और सभी  विपक्षी अधिवक्ताओं से अपील की गई है की आजादी का अमृत महोत्सव में सर्वाधिक वाद उत्तर प्रदेश में बांदा से निपटाने में भागीदारी सुनिश्चित हो।

इसके लिए बांदा सभी बैंकों के प्रबंधक एलआईसी मैनेजर ओरिएंटल यूनाइटेड नेशनल इंश्योरेंस के प्रबंधकों और डाक अधीक्षक आदि से अनुरोध करते हुए अपेक्षा की गई है कि वह अपने-अपने विभागों के  लंबित मामले जिनमें सुलह होने की संभावना हो अथवा मामला निस्तारित हो गया या गुण दोष के आधार पर निस्तारित होने हो सके ऐसे मामलों को चिन्हित करके उनको सूचित करें की आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत 11 दिसंबर 2021 में उन्हें लगाकर इस बार पुनः सर्वाधिक मुकदमों के निस्तारण का परिणाम आए।

उक्त जानकारी रीडर न्यायालय स्वतंत्र रावत ने  देते हुए बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव में 1 अक्टूबर 2021 से 28 फरवरी 2022 तक निस्तारित मुकदमा के आधार पर ही प्रदेश लेवल पर रैंकिंग पैरामीटर तैयार तैयार करके राज्य आयोग के माध्यम से भारत सरकार को भेजा जाएगा।

बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सीड हब परियोजना दलहनी फसलों के लिये वरदानः कुलपति

  • जिले में शुरू की गई है सीड हब परियोजना

बांदा। बुन्देलखण्ड परिक्षेत्र दलहनी एवं तिलहनी फसलों के अनुकुल हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में प्रमुखता से बोई जाने वाली फसलें, जिसमें चना, मसूर, मटर, मूंग, उड़द एवं अरहर प्रमुख हैं। इन फसलों का क्षेत्रफल 1225.4 लाख बुन्दलखण्ड में है और कुल उत्पादन 536 हजार मैट्रिक टन है जो उत्तर प्रदेश के 54 प्रतिशत क्षेत्रफल और 45 प्रतिशत उत्पादन का हिस्सा है। अतः बुन्देलखण्ड के विकास के लिए दलहनी फसलों की उत्पादकता को प्रमुख रूप से लक्षित करना चाहिए। यह उत्पादकता अच्छी गुणवत्ता के बीज एवं उच्च उत्पादन प्रौद्योगिकी से ही सम्भव है। देश में दलहन के उत्पादन एवं मांग के अन्तर को कम करने के लिए सीड हब परियोजना शुरू की गयी, जिसके जनक डा0 नरेन्द्र प्रताप सिंह वर्तमान में कुलपति, बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा है। उन्होने कहा कि भारत सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से देश के 24 राज्यों में केन्द्र एवं राज्य सरकार के संस्थान के अन्तर्गत 150 बीज उत्पादन एवं बीज विधायन केन्द्र खोले गये हैं। इस त्रैवार्षिक परियोजना में कृषकों को भी भागीदार बनाया है। केन्द्र सरकार की रू0 225.31 करोड़ की परियोजना से जिले के कृषकों को स्थानीय स्तर पर ही बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराना इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य है।

सीड हब परियोजना के जनक डा0 नरेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया कि देश के कृषकों के लिए 25-30 लाख कुन्टल प्रतिवर्ष नया बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए इस परियोजना को मूर्ति रूप दिया गया है। सीड हब परियोजना में प्रत्येक केन्द्र को रू0 50 लाख ढाँचागत विकास के लिए स्वीकृत किये गये है। जिसमें बीज विधायन केन्द्र का भवन एवं आवश्यक मशीनरी प्रमुख है। इसके अतिरिक्त गुणवत्तायुक्त बीज की उपलब्धता सहयोगी कृषकों के फार्म पर उगाये गये बीज को खरीदने इत्यादि हेतु रू0 1.0 करोड़ प्रति केन्द्र रिवाल्विंग फण्ड की भी स्वीकृति दी गयी है। कृषि विश्वविद्यालय, बाँदा के निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र, प्रो0 मुकुल कुमार ने बताया कि प्रतिवर्ष प्रत्येक केन्द्र द्वारा दलहनी फसलों के एक हजार कुन्टल बीज उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना में स्थानीय स्तर की मांग के अनुरूप बीज की मांग को पूरा करने के लिए फसल एवं किस्म का चुनाव कर बीज उत्पादन किया जाता है।

बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बाँदा के प्रसार निदेशक डा0 एन0के0 बाजपेयी ने बताया कि विश्वविद्यालय को 05 सीड हब परियोजना, बाँदा, हमीरपुर, महोबा, जालौन एवं ललितपुर में सन् 2016 में स्वीकृत हुई थीं, जिन्हे केन्द्र सरकार द्वारा दी गयी डिजाइन एवं मानक के अनुरूप उ0प्र0 में सर्वप्रथम निर्माण कर लिया गया था। कृषि विज्ञान केन्द्रों जहाँ पर यह परियोजना संचालित है वहाँ बीज उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने का सफल प्रयास किया जा रहा है। आगामी वर्षों में कृषकों की माँग के अनुरूप कृषक सहभागिता से इस परियोजना का कार्यक्षेत्र बढ़ाया जायेगा। सहयोगी कृषकों से बीज स्थानीय फसल उत्पाद की कीमत से 10-20 प्रतिशत अधिक दर पर खरीद कर ग्रेडिंग इत्यादि की प्रक्रिया पूरी कर पुनः बीज चेन को मजबूत किया जाता है। जिससे दलहनी फसलों के अधिक उत्पादन देने वाली प्रजातियों को कृषकों तक पहुँचायी जा सके, जिसका लाभ कृषक अधिक उत्पादन लेकर अपनी आय में वृद्धि कर सकें।

खबर का हुआ असर बाबासाहेब डा. अंबेडकर की फोटो सीएचसी में लगी

जसपुरा/बांदा। प्रदेश की योगी सरकार संविधान दिवस के अवसर पर सभी अधिकारियों को शपथ एक तरफ दिला रही है वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन के लाडले अधीक्षक डॉ संदीप पटेल का दुस्साहस देखने को मिला था। जिनके द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर ही बाबासाहेब डॉक्टर अंबेडकर जी की फोटो को हटवा दिया था। जिसे कुछ युवकों ने नाराज होकर आक्रोशित हुए थे और आंदोलन तक की बात कही थी जिसको दैनिक भारत कनेक्ट ने खबर को प्रमुखता से छपी थी आपको बता दें कि पूरा मामला जसपुरा समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है जहां पर डाक्टर संदीप पटेल अधीक्षक के द्वारा डाक्टर भीमराव अंबेडकर की फोटो को संविधान दिवस के दिन हटवा दिया था जिससे लोगों में आक्रोश था गांव के ही दुर्गेश कुमार ने बताया था अगर बाबा साहब की जल्द से जल्द फोटो उसी जगह पर नहीं लगाई जाती है तो आगे आंदोलन होगा 4 दिन बीत जाने के बाद भी फोटो नहीं लगी थी। 

जब दैनिक भारत कनेक्ट ने लगातार कई दिनों तक जसपुरा सीएचसी की खबर लगाई तब जाकर कहीं पांचवें दिन आज मंगलवार को फोटो को उसी जगह पर पुनः लगा दी गए हैं। वही दुर्गेश ने बताया कि अगर बाबा साहब की फोटो उसी स्थान पर नहीं लगती  तो हम सभी साथी मिलकर एक बड़ा आंदोलन करते जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होती। लेकिन पांचवें दिन जसपुरा सीएससी अधीक्षक ने बाबा साहब की फोटो उसी स्थान पर पुनः लगवा दी है। इस दौरान जसपुरा कस्बे के बृज किशोर प्रजापति तिंदवारी विधानसभा महासचिव बहुजन समाजवादी पार्टी दुर्गेश कुमार धर्मेंद्र वर्मा सुनील कुमार प्रजापति अंकित संतोष सहित एक दर्जन युवक मौजूद रहे।



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