बुन्देलखण्ड में वीरता और आध्यात्मिकता का रहा है संगमः अयोध्या पटेल



  • सर्किट हाउस में सम्पन्न हुई बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की बैठक

बांदा। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछडे हुए बुन्देलखण्ड तथा पूर्वान्चल में विकास को गति देने के लिए बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड तथा पूर्वान्चल विकास बोर्ड गठित किये थे। बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड इस क्षेत्र के विकास के लिए समय-समय पर सुझाव देता रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र को फूड एवं एग्रीकल्चर आधारित स्पेशल एकोनोमिक क्षेत्र बनाया जाये जिससे यहां पर कृषि आधारित उद्योगों की अधिक से अधिक स्थापना हो सके तथा यहां के युवाओं को रोजगार प्राप्त हो सके।

उपाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड उ0प्र0 अयोध्या सिंह पटेल ने उपरोक्त विचार बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड की सर्किट हाउस सभागार में सम्पन्न बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में वीरता और आध्यात्मिकता का संगम रहा है तथा भगवान राम ने वनवास के समय यहां काफी समय व्यतीत किया था। श्री पटेल ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे इस क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा तथा एक्सप्रेस-वे के बन जाने से इस क्षेत्र में पर्यटन का बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार में सड़कों का कार्य बहुत बडे पैमाने पर हुआ है तथा विद्युत आपूर्ति में भी सुधार हुआ है।

उपाध्यक्ष श्री पटेल ने कहा कि हर घर नल तथा हर घर जल योजना से बुन्देलखण्ड क्षेत्र में सभी घरों तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति शीघ्र हो सकेगी। उन्होंने कहा कि अभी भी इस क्षेत्र में बहुत गरीबी है तथा लोंगो के आर्थिक स्तर में सुधार करने की चुनौती है। श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान सरकार के समय बुन्देलखण्ड क्षेत्र में विकास की यात्रा तेजी से प्रारम्भ हो गयी है ओर हम सभी का दायित्व है कि हम विकास कार्यों को पूरी निष्ठा व लगन से सम्पादित करें।

मा0 उपाध्यक्ष बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड राजा बुन्देला ने कहा कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड जनता की शिकायतों को दूर करने का प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र मे पलायन को रोकने के लिए हमें खेलों के प्रति युवाओं को आकर्षित करना होगा तथा सांस्कृतिक गतिविधियों को बढाये जाने की आवश्यकता है। श्री बुन्देला ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में 2 स्पोर्टस एकेडमी तथा 2 सांस्कृतिक केन्द्र बनाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में अपार प्राकृतिक सम्पदा है इसलिए इस क्षेत्र में फिल्म बनाने के कार्य को भी बढावा देने की जरूरत है। 

श्री बुन्देला ने कहा कि चरखारी में चरखारी महोत्सव आयोजित कराया जाए जिससे पर्यटन को बढावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि उद्योंगो की स्थापना के लिए यहां पर व्यवसायियों का सेमिनार आयोजित किया जाए। उन्होंने कहा कि हम सब लोग मिलकर बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए कार्य करें जिससे इस क्षेत्र में भी खुशहाली आ सके। आयुक्त चित्रकूटधाम मण्डल बांदा दिनेश कुमार सिंह ने बैठक में  अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड के विकास के लिए युद्ध स्तर पर विकास कार्य कराये जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड विकास निधि से चित्रकूटधाम मण्डल को रू0251 करोड़ राज्यांश तथा रू 213 करोड़ जिलान्श के रूप में प्राप्त हुआ था जिससे विभिन्न विकास कार्य कराये जा रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि  सरकार द्वारा 12 हजार करोड़ रूपये की लागत से हर घर नल-हर घर जल योजना संचालित की जा रही है जिसके अन्तर्गत जून 2022 तक सभी घरों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सकेगा।

आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि अर्जुन सहायक परियोजना के पूरा होने से 64 हजार हे0 सिंचन क्षमता में वृद्धि हुई है। इसके साथ ही मण्डल में इस वर्ष 4500 तालाब बनाये जाने का लक्ष्य था जिसके सापेक्ष अब तक 2600 तालाब खोदे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि खेत-तालाब योजना से किसानों को सिंचाई हेतु पानी प्राप्त हो जा रहा है और वो अधिक फसलों का उत्पादन कर पा रहे हैं। श्री सिंह ने कहा कि किसानों को स्प्रिन्कलर योजना का भी लाभ प्रदान कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बांदा शहर तथा चरखारी में राष्ट्र भक्ति की भावना को बढावा देने के लिए 151 फिट के राष्ट्रीय ध्वज स्थापित कराये गये हैं।

विशेष सचिव नियोजन आरएनएस यादव ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सर्वांर्गीण विकास के लिए बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड का गठन हुआ है। यह बोर्ड परामर्श दात्री संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। श्री यादव ने बताया कि बुन्देलखण्ड में विकास कार्यों को गति देने के लिए मंत्रिमण्डल की उप समिति का भी गठन किया गया है। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड द्वारा दिये जा रहे सुझावों पर शासन द्वारा कार्यवाही की जाती है। 

कुलपति बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय डॉ0 नरेन्द्र प्रताप सिंह ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को उन्नति कृषि तकनीकि को अपनाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है। विश्वविद्यालय द्वारा किसानों को उन्नति कृषि तकनीकि की लगातार जानकारी दी जा रही है तथा किसानों को कृषि के साथ-साथ  पशुपालन, मत्स्य पालन, मधुमख्खी पालन इत्यादि के लिए भी प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक खेती को शीघ्र प्रारम्भ कराया जायेगा जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा प्राप्त हो सके। निदेशक नियोजन वी0के0अग्रवाल ने बैठक का संचालन करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड द्वारा जो बहुमूल्य सुझाव दिये गये हैं उन पर शासन द्वारा अमल कराया जायेगा।

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने कहा कि कालिंजर फोर्ट में स्थित नीलकण्ड मन्दिर के दर्शन के लिए जाने वाले लोंगो से 25 रुपये शुल्क लिया जाता है उसे समाप्त कराया जाए। उन्होंने बैठक में आये हुए बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के मा0 अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा सदस्यों का बैठक में महत्वपूर्ण सुझाव देने के लिए आभार व्यक्त किया।बैठक में बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के सदस्य जगदीश सिंह चौहान, लवकुश चतुर्वेदी, पवनपुत्र बादल, रामेन्द्र प्रसाद, माताबदल प्रजापति, रामहित निषाद तथा रामस्वरूप श्रीवास ने अपने-अपने सुझाव दिये।

बैठक में संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्य, मुख्य अभियंता विद्युत, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या एस0एन0त्रिपाठी, उप निदेशक सूचना भूपेन्द्र सिंह यादव, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग, वन संरक्षक एन0 के0 सिंह, संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी संजीव बघेल तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।



एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ