चाहे गांव, प्रांत, देश, समाज, बिरादरी का काम करना हो, शाकाहारी, त्यागी, देशभक्त की अकल ज्यादा होती है कामयाब : बाबा उमाकान्त जी महाराज

  • ये जितने भी वाद हैं इनको मत फैलाओ नहीं तो ये आपके औऱ जनता के लिए दु:खदाई, तकलीफदेय होगा
  • कलेक्टरों, बड़े अधिकारियों को काम करने का मौका मिले तो संसद विधानसभा में तंबाकू घिसने वालों से करेंगे ज्यादा अच्छा काम, अच्छों को दें मौका

उज्जैन (मध्य प्रदेश)। भारत के विकास में बाधा बनने वाले अवरोधों को स्पष्ट रूप से कहने वाले, भोली जनता को भड़काने वाले तत्वों से आगाह करने वाले, देश के विकास के लिए व्यवस्था में जरूरी सुधार करने की प्रार्थना करने वाले पक्के देशभक्त, महान समाज सुधारक उज्जैन वाले पूरे महापुरुष बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 1 जनवरी 2022 को उज्जैन आश्रम में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित संदेश में बताया कि अभी इलेक्शन जोर गरम होने वाला है। इसमें क्या होगा? यह सब बढ़ेगा- जातिवाद, भाईवाद, भतीजावाद, कौमवाद, धर्मवाद आदि। वह इनके धर्म की निंदा करेंगे अपने धर्म को ऊंचा कहेंगे, धार्मिक भावना भरेंगे और भड़काएंगे, धर्म के लिए मर-मिट जाना है।

ये जितने भी वाद हैं इनको मत फैलाओ नहीं तो ये आपके औऱ जनता के लिए दु:खदाई, तकलीफदेय होगा

यह इनके लिए ज्यादा दु:खदाई हो जाता है जो सीधे-साधे लोगों को उस में फंसा देते हैं, झोंक देते हैं जिनकी जान चली जाती है। जो अपराध हो जाता है वह घूमकर के उन्हीं के ऊपर आता है। इसलिए आज नए साल पर हमारी सबसे प्रार्थना है जो भी जातिवाद, भाईवाद, भतीजावाद, कौमवाद आदि ये जितने भी वाद आप फैला रहे हो इनको आप मत फैलाओ। आप जो सतसंगी हो, इसमें मत फंसना। यह दु:खदाई, तकलीफ देय होगा।

 देश को चलाने वाले पी.एम, सी.एम, डी.एम, बाकी सब इनके सहयोगी

पीएम, सीएम, डीएम देश को यही चलाते हैं बाकी इनके सब सहयोगी हैं। एम.पी, मंत्री, प्रधानमंत्री के सहयोगी हैं। प्रान्त में एम.एल.ए, मंत्री, मुख्यमंत्री के सहयोगी हैं। यह कर्मचारी छोटे-छोटे जिले के हैं कलेक्टर/डी.एम/डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के अधीन है, सहयोग करते हैं।

कलेक्टरों को प्रांत स्तर पर, इनसे बड़े अधिकारियों को केंद्र स्तर पर जगह मिल जाए तो जो संसद विधानसभा में तंबाकू घिसने वालों से ज्यादा अच्छा करेंगे काम, इनको दो मौका

चलाने वाले यही तीनों हैं। इन्हीं तीनों की अकल चलती है। यदि ऐसी व्यवस्था बन जाए कि जो इस काम को कर सकते हैं उनको अगर वहां जगह मिल जाए, कलेक्टरों को अगर आगे बढ़ने का मौका मिल जाए प्रांत स्तर पर, प्रांत स्तर के बड़े अधिकारियों को केंद्र स्तर पर जगह मिल जाए देश को चलाने के लिए तो संसद विधानसभा में तंबाकू मलने वालों से, जब बगल वाला कहता है हाथ उठाओ, बटन दबाव प्रस्ताव पास हो रहा है, उनसे तो अच्छा काम करेंगे। इसलिए इन लोगों को चाहिए, इनको मौका दें, अच्छे लोगों को।

चाहे गांव, प्रांत, देश का काम करना हो तो देशभक्त त्यागी शाकाहारी की अकल ज्यादा होती है कामयाब

देखो चाहे जिले, प्रांत, देश, गाँव, समाज, बिरादरी का काम करना हो शाकाहारी की अकल उसमें ज्यादा कामयाब रहती है। त्यागी, देशभक्त हर जगह कामयाब होता है। ऐसे लोगों को लाया जाए। ऐसे की खोज इनको करनी चाहिए।

वर्ष के पहले दिन मुझे तो खाली लोगों से प्रार्थना करनी है कि आप इस पर विचार करो

यह लोगों से मेरी प्रार्थना है। मुझे न तो आदेश करना है न कोई भविष्यवाणी करनी है। मुझे तो केवल आज लोगों से प्रार्थना करनी है कि आप इस पर विचार करो।

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