- मौजूदा सन्त की बातों को न मानो तो जो धार्मिक ग्रंथ, मजहबी किताब में पहले के सन्त लिखकर गये, उसे पढ़ो, मानो
- गऊ का मूत्र, गोबर, गऊ के पास रहना, उन्हें रखना लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। गऊ की सेवा-रक्षा करो, आगे बहुत जरूरत पड़ेगी
कलियुग के इस बढ़ते प्रभाव के बीच धरा पर इस समय मनुष्य शरीर में मौजूद पूरे समरथ सतगुरु, भक्तों की तकलीफों में मदद करने वाले, मृत्यु के बाद जीवात्मा की भी पूरी जिम्मेदारी लेने वाले जीवों के सच्चे हितैषी उज्जैन के पूज्य संत बाबा उमाकांत जी महाराज ने 21 अप्रैल 2020 को उज्जैन आश्रम में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित संदेश में बताया कि आगे का समय हमको बहुत अच्छा दिखाई नहीं पड़ रहा है। समय खराब और जनधन की हानि बहुत दिखाई पड़ रही है।
- बड़े-बड़े देश खात्मे के कगार पर दिख रहे हैं, विश्व की आबादी कम होगी
बड़े-बड़े जो देश हैं यह एकदम से बिल्कुल खत्म होने के कगार पर दिखाई पड़ रहे हैं। भारत देश का यह जो बॉर्डर अभी जहां पर है यह उससे बहुत दूर दिखाई पड़ रहा है। कुल मिलाकर के समझो पूरे विश्व की आबादी कम होगी।
- दूसरे देशों की अपेक्षा भारत में मृत्यु संख्या कम है, दया है संत महात्माओं की भारत देश के ऊपर
खराब समय आएगा। भारत का उतना नुकसान तो नहीं होगा। अब भी दूसरे देशों की अपेक्षा कम हो रहा है। रोग तो फैल रहा हैं लेकिन मृत्यु संख्या कम है। दूसरे देशों में रोग की अपेक्षा से मृत्यु संख्या ज्यादा है। भारत के ऊपर संत महात्माओं की दया है लेकिन जब बातों को पकड़े तब। यदि मौजूदा संत की बात न मानो तो किताबों में जो पहले संत आए, लिख कर के गए, चाहे वह मजहबी किताब रही हो, चाहे वह हिंदू धर्म के ग्रंथ रहे हो, उनको पढ़ो, समझो, उन्हीं बातों को मान लो। सब लोगों ने कहा शाकाहारी रहो, नशा मुक्त रहो, जीवों पर दया करो।
- गऊ का मूत्र, गोबर, गऊ के पास रहना, उन्हें रखना लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। गऊ की सेवा-रक्षा करो, आगे बहुत जरूरत पड़ेगी
गऊ को माता कहा गया, जिसको माता कहा गया उनकी रक्षा करो, सेवा करो। आप ये समझो गऊ की आगे बहुत जरूरत पड़ेगी। गऊ का मूत्र, गोबर, गऊ के पास रहना, गऊ को रखना लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। अब मान लो कट जाएंगी, इन को काट कर खा जाओगे तो कैसे आप उसकी आपूर्ति कर पाओगे? अभी भी समय है, चेत जाओ।
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