खबर का असरः मरौली खण्ड तीन में प्रशासनिक अधिकारियों ने राजस्व टीम के साथ की जांच

  • जांच में भाजपा नेता की शिकायत पाई गई गलत
  • नदी के दूसरी ओर चटचटगन में है भाजपा नेता की जमीन

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बाँदा। बीते दिनों एक भाजपा नेता की खदानों में दबंगई का मामला सामने आया था। जिसपर मीडिआ ने प्रमुखता से इस खबर को प्रकाशित किया था। जिसपर आज खबर का असर देखने को मिला है। जहाँ बाँदा जिला प्रशासन और राजस्व की संयुक्त टीम ने खदान में जाकर नाप जोक किया जिसपर खदान की जमीन को सही पाते हुए ब्लैकमेलर भाजपा नेता को फटकार लगाते हुए खदान वालो को दबंग भाजपा नेता के झूठे दावे को खारिज करते हुए मुक्ति दिलाई है। 

खदानों के संचालन को देखते हुए छुटभैये नेता भी अपने आपको सीएम सहित कद्दावर मंत्रियों का करीबी बताकर प्रशासन सहित खदान संचालक पर रौब जमाने का काम करने में पीछे नहीं हटते है हैं। चटचटगन का निवासी एक तथाकथित भाजपा नेता द्धारा मरौली खण्ड - 3 के खनन क्षेत्र के हिस्से को अपनी भूमि बताकर लगातार प्रशासन को गुमराह करने का काम किया जा रहा था जिसपर खदान संचालक ने प्रशासन को पत्र भेजकर जाँच और उक्त नेता के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी । आज प्रशासन ने भाजपा नेता के दावों को खारिज करते हुए खदान संचालको को क्लीन चिट दी है ।

जनपद के मटौंघ थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाली खदान मरौली खण्ड संख्या - 3 का है। जहाँ पर भाजपा नेता द्धारा खदान संचालक संचालक के खिलाफ बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित अधिकारियों को भेजे शिकायती पत्र दिया था। उधर खदान संचालक संजय सिंह ने बताया था कि ग्राम चकचटगन का रहने वाला व्यक्ति दीपक शुक्ला अपने आप को भाजपा नेता बताते हुए अवैध वसूली की गरज से खनन कार्य में परेशानी पैदा करता है।

खनन क्षेत्र के जमीन को अपनी बताकर मुख्यमंत्री सहित प्रशासनिक अधिकारियों से फर्जी शिकायत करने के बाद जब राजस्व टीम ने जांच की तो उक्त भाजपा नेता की जमीन खदान के दूसरी ओर ग्राम चकचटगन में पायी गयी, इसके बावजूद भी उक्त व्यक्ति के द्वारा खदान के संचालन में बाधा उत्पन्न की जा रही है। खदान संचालक ने आगे बताया था कि बीते दिनों मरौली खण्ड -3 की खदान में दीपक के द्धारा दबंगई के बल पर अपने कई साथियों के साथ मिलकर खनन कार्य को बंद करा दिया जाता है। कर्मचारियों के कार्य न बंद करने पर उक्त दबंग के द्धारा कर्मचारियों से मारपीट भी की जाती है। खदान संचालक ने प्रशासनिक अधिकारियों से खदान के सुचारू रूप से संचालन के लिए उक्त दबंग के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की थी। 

इसी कड़ी में आज एडीएम, एसडीएम और राजस्व की टीम, नायब तहसीलदार, लेखपाल और कानूनगो की टीम खदान पहुँची और खदान के खण्ड की नाप करके भाजपा नेता दीपक शुक्ला शिकायत को गलत और निराधार बताया। अधिकारियो ने मौके पर नाप और जाँच करी जिसमे पता चला की उसमें किसी किसान की भूमि तो नहीं है और लेखपालों से भी नाप जोक करके सर्वेयर की जानकारी ली, जिसपर लेखपालों ने बताया कि दीपक शुक्ला की भूमि नदी के उस पार है, नदी के इस पार कोई भी नंबर नहीं आता है, फिर दीपक शुक्ला को अधिकारियों ने फटकार लगाते हुए भाजपा नेता से कहा की खदान चलाने वालों को बार-बार डिस्टर्ब मत करो आप की जमीन जब स्टेप नहीं है तो यह सब हरकत करना बंद कर दो, आपकी भूमि का खतौनी चटकन की है, प्राथना-पत्र दो, आपकी जमीन का सीमांकन कराकर आपकी जमीन बताई जाएगी, चटकन में आपकी जमीन कहां है, आज के बाद खदान वालों को डिस्टर्ब मत करना।

भाजपा नेता के सारे आरोप निराधार : खनिज अधिकारी

इस मामले में जब खनिज अधिकारी सौरभ गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि भाजपा नेता दीपक शुक्ला ने शासन स्तर पर शिकायत की थी कि उनकी जमीन पर खनन कार्य अवैध तरीके से किया जा रहा है। जबकि एसडीएम और राजस्व टीम की मौजूदगी में अभिलेखों के आधार पर जांच कराई गई तो भाजपा नेता के सारे आरोप निराधार पाते हुए उनकी जमीन नदी के दूसरी ओर ग्राम चकचटगन में पायी गयी है। खनिज अधिकारी ने यह भी बताया कि उनकी जमीन का विवाद एसडीएम कोर्ट में विचाराधानी है। शिकायत कर्ता की तसल्ली के लिए आगे भी जांच कराने को तैयार हूं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ