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अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

सर्वात्तम तकनीकी प्रसार के लिये वैज्ञानिकों का क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण आवश्यकः प्रो. एनके बाजपेयी

  • वैज्ञानिक के दो दिवसीय क्षमता सवर्धन प्रशिक्षण का आयोजन

बांदा। क्षेत्रानुकुल तकनीकियों के प्रसार हेतु प्रसार वैज्ञानिकों को समय समय पर नवीनतम जानकारी आवश्यक है। वैज्ञानिकों को फसल एवं अन्य क्रियाकलापों से सम्बन्धित जानकारी प्रशिक्षण के माध्यम से सुगमता से दिया जा सकता है। प्रशिक्षण के माध्यम से प्राप्त जानकारी वैज्ञानिक कृषक बन्धुओं को पहुँचाते हैं। आधुनिक कृषि एवं कृषकों के आय में बढ़ोत्तरी के लिये ऐसे प्रशिक्षणों का महत्व और भी बढ़ जाता है। बुन्देलखण्ड के सभी जिलों में स्थापित कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा क्षेत्रानुकुल तकनीकियों का प्रसार वैज्ञानिकों के माध्यम से कृषक परिवार में किया जाता है, ऐसे में वैज्ञानिकों का ज्ञानवर्धन, क्षमतावर्धन एवं तकनीकियों की बारिकी की जानकारी आवश्यक है। कृषि विश्वविद्यालय बाँदा के प्रसार निदेशालय द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों हेतु आयोजित दो दिवसीय क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन के अवसर पर यह बातें निदेशक प्रसार, प्रो0 एन0के0 बाजपेयी ने कही।

प्रो0 बाजपेयी ने वैज्ञानिकों से यह कहा की क्षेत्रानुकुल तकनीकियों को प्रसारित करना हमारा मुख्य काम है। इस कार्य के लिये कृषकों को प्रशिक्षण, प्रायोगिक ज्ञान, एक्सपोजर विजिट एवं प्रक्षेत्र भ्रमण का चुनाव तकनीकी के आधार पर करना चाहिये। ग्रामीण महिलाओं में पोषण के प्रति जागरूकता लाने के लिये ग्रामीण महिलाओं को पोषण के महत्व को बताना आवश्यक है। कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों के प्रशिक्षण हेतु कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता, प्रो0 जी0एस0 पंवार ने प्राकृतिक संसाधन एवं जलवायु विशिष्ट प्रजातियों एवं तकनीकियों पर विशेष जानकारी दी। विश्वविद्यालय के निदेशक शोध, प्रो0 ए0 सी0 मिश्रा ने लघु एवं सिमान्त कृषकों के लिये आय सृजन हेतु बाजार मांग अनुसार सब्जीयों की खेती एवं बीज उत्पादन पर जानकारी प्रदान की। सह निदेशक प्रसार, प्रो0 आनन्द सिंह द्वारा तकनीकी प्रक्षेत्र प्रदर्शनों तथा प्रक्षेत्र विकास पर जानकारी दी गयी।

विश्वविद्यालय के सस्य विज्ञान के प्राध्यापक, डा0 दिनेश शाह ने वैज्ञानिकों को प्रथम पंक्ति प्रदर्शन व ऑन फार्म ट्रायल के माध्यम से कृषकों को विभिन्न फसलों की आधुनिक तकनीकी के बारे में विस्तार से बताया। सहायक निदेशक प्रसार, डा0 पंकज कुमार ओझा ने वैज्ञानिकों को ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षण, प्रक्षेत्र भ्रमण व प्रक्षेत्र दिवस आयोजित करने हेतु किये जाने व ध्यान दिये जाने वाले प्रमुख बातों के बारे में विस्तार से बताया, साथ ही कार्यक्रम का संचालन भी किया। बाँदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के अन्तर्गत 06 कृषि विज्ञान केन्द्रों के सस्य विज्ञान, उद्यानिकी, गृह विज्ञान, पशुपालन व कृषि प्रसार विषयों के वैज्ञानिकों ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग कर रहे हैं।

एनएसएस विशेष शिविर के छठवें दिन कोविड जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन

अतर्रा/बांदा।  महाविद्यालय अतर्रा द्वारा संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई संख्या 01 तथा 02 के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के छठवें दिन प्राथमिक विद्यालय महोतरा प्रथम क्षेत्र नरैनी में वर्तमान वैश्विक महामारी कोविड 19 से बचाव हेतु एक जागरूकता संबंधी गोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी की अध्यक्षता प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या रेनू श्रीवास्तव, मुख्य अतिथि संगीता देवी (सहायक अध्यापिका) तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में अनीता देवी (सहायक अध्यापिक) रहीं। कार्यक्रम की अध्यक्षा रेनू श्रीवास्तव ने गोष्ठी में उपस्थित स्वयंसेवक/सेविकाओं एवं ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बताया कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई, इसलिए इससे संबंधित सभी बचाव एवं सुरक्षा उपायों का कड़ाई से पालन करते हुए स्वयं स्वस्थ एवं सुरक्षित रहते हुए अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वहन करें। उन्होंने टीकाकरण से संबंधित व्याप्त सभी भ्रांतियों को दूर करते हुए सभी से टीकाकरण कार्यक्रम में टीका लगवाकर एवं जागरूकता उत्पन्न कर सफल बनाने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में इकाई संख्या के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मो. हलीम खान ने बताया कि कोविड एक वायरस जनित बीमारी है, जिसकी अभी तक कोई सफल उपचार की विधि नहीं है। इससे बचाव ही एक इसका इलाज है। बचाव में “टीकाकरण करवाना”, “मास्क का प्रयोग”, सामाजिक दूरी का पालन, सैनिटाइजर का समय-समय पर प्रयोग आदि काफी प्रमुख उपाय हैं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए इकाई संख्या 02 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सतीश कुमार जी ने बताया कि विगत वर्षों में कोविड-19 के दुष्प्रभाव प्रभाव से देश की अर्थव्यवस्था में प्रभाव पर विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए बताया कि इस महामारी से हमारे देश की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ है। छोटे बड़े मझोले सभी उद्योग धंधे प्रभावित हुए हैं। जिनसे उससे जुड़े परिवारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा वर्तमान में फिर से हालात कुछ बेहतर हुए हैं।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में कोविड-19 से संबंधित छात्र छात्राओं के मध्य जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से वाद-विवाद एवं प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः भावना सिंह तानिया गुप्ता एवं रामप्रकाश रहे। डॉ. अतुल कुमार जी, अनीता देवी एवं संगीता देवी ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की। भोजन अवकाश के बाद कार्यक्रम अधिकारियों के संयुक्त निर्देशन में ग्राम में कोविड-19 के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने के उद्देश्य से एक रैली का आयोजन किया गया जिसमें कोविड-19 जागरूकता संबंधी नारे जैसे- जब तक दवाई नहीं तब तक ढिलाई नहीं, कोरोना अभी जिंदा है, बीमारी से बचाव बेहतर है आदि स्लोगन पट्टीयों के माध्यम से जागरूक करने का सफल प्रयास किया गया। तथा गांव की नालियों चौराहों पर साफ सफाई का कार्य करते हुए स्वच्छता का संदेश प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सतीश श्रीवास्तव जी ने एवं आए हुए अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मोहम्मद हलीम खान जी ने किया। कार्यक्रम में एक सैकड़ा छात्र-छात्राओं एवं प्रधान प्रतिनिधि श्री धीरज अवस्थी बहुत अधिक ग्रामीणों के साथ पूरे समय उपस्थित रहे।

प्लास्टिक उन्मूलन विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

  • जयोति गुप्ता प्रथम व खुशी शुक्ला ने अर्जित किया दूसरा स्थान

अतर्रा/बांदा। ब्रह्म विज्ञान इंटर कालेज में सिंगल यूज प्लास्टिक उन्मूलन पर निबंध प्रतियोगिता कराई गयी तथा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ज्योति गुप्ता प्रथम, खुशी शुक्ला द्वितीय, तथा अंजली गुप्ता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया, विज्ञान शिक्षक शान्तिभूषण यादव जी ने बच्चों को विस्तार से बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक अर्थात जैसे सामान लाने की थैलियां पानी की बोतल, चिप्स, बिस्किट तथा अन्य सामग्रियों के खाली प्लास्टिक के थैले होते हैं जो पर्यावरण के लिए बहुत बड़ी समस्या है तथा आसानी से घटित नहीं होती है सालों साल जमीन पर पड़ी रह कर मिट्टी जल तथा अन्य प्रदूषण का कारण बनती है।

अक्सर नालियों में यह उनको जाम कर देती हैं जिससे नालियों तैयारी में जल प्रवाह रुक जाता है और जो मच्छरों की वृद्धि का कारण बनता है और मलेरिया जैसे रोग भी उत्पन्न हो जाते हैं इनका उचित निराकरण कई तरीकों से किया जा सकता है जिसमें प्लास्टिक की थैलियों को मुख्य रूप से हम इको ब्रिक के निर्माण द्वारा सही तरीके से इस समस्या का समाधान कर सकते हैं जिसमें कोल्ड ड्रिंक अथवा पानी की प्लास्टिक की खाली बोतलों में हम इन प्लास्टिक की थैलियों को भरते जाते हैं और इनको अच्छी प्रकार से ठोस ठोस कर भर दिया जाता है इस प्रकार जो बोतल तैयार होती है उसको इको ब्रेक कहते हैं इन बोतलों के द्वारा हम दीवारों का तथा अन्य कई संरचनाओं का निर्माण कर सकते हैं।

इसके अतिरिक्त प्लास्टिक की थैलियों को छोटे-छोटे टुकड़ों में मशीनों द्वारा काटकर इनसे प्लास्टिक की टाइल्स का निर्माण किया जा सकता है इसके अतिरिक्त यदि इनको हम पाउडर के रूप में परिवर्तित कर ले और तारकोल के साथ मिलाकर यदि सड़क का निर्माण किया जाए तो इस प्रकार की सड़क जल के लिए जल रोधी हो जाएगी और उसकी आयु भी बढ़ जाएगी प्रधानाचार्य शिवदत्त त्रिपाठी ने कहा कि प्रकृति के लिए प्लास्टिक बहुत ही हानिकारक है अरूण कुमार, चेतराम, सुरेन्द्र शर्मा, सोमनाथ, गिरिजेश मिश्र, राजेन्द्र कुमार, राजेश कुमार, सुशील गर्ग, कमलेश कुमार बीरेंद्र दीक्षित, आदि उपस्थित रहे।

बालू भरे ट्रक व लोडर की हुई आमने-सामने भिडंत में आधा दर्जन घायल 

पैलानी/बांदा। पैलानी थाना क्षेत्र के बांदा हमीरपुर मार्ग के मध्य स्थित महाकालेश्वर मंदिर के सामने तेज रफ्तार बालू भरे ट्रक व लोडर की हुई आमने-सामने की टक्कर से आधा दर्जन लोग घायल हुए घायल सुरेश कुमार ने बताया की  चित्रकूट से दर्शन करके वापस फतेहपुर जनपद के माझेपुर गांव जा रहा था।

लोडर पर लगभग 18 यात्री सवार थे महाकालेश्वर के समीप विपरीत दिशा से सामने से आ रहे तेज रफ्तार मोरंग लोड ट्रक ने लोडर पर टक्कर मार दी जिसमें ट्रक ड्राइवर सहित लोडर का ड्राइवर राम मिलन मनोज विवेक संजय व प्रवेश अनादि घायल हो गए जिनको राहगीर की सहायता से एंबुलेंस द्वारा ट्रामा सेंटर भेजा गया है। काफी देर तक मौके पर पुलिस नहीं पहुंची। लगभग आधे घंटे बाद सूचना पाकर खपटिहा कला चौकी प्रभारी ओम प्रकाश द्विवेदी घटनास्थल पर पहुंच कर जानकारी की।

दीवार गिरने से दबकर युवक हुआ घायल

बांदा। अतर्रा तहसील के फतेहगंज थाना क्षेत्र के प्रसिद्धपुर गांव निवासी 19 वर्षीय युवक के ऊपर आज मध्यप्रदेश में एक भवन के निर्माण के दौरान दीवार ढहने से मलबे के नीचे दबकर युवक के दोनों पैर गंभीर रूप से जख्मी हो गए। जिसे परिजनों के द्वारा मलबे से बाहर निकालकर आनन-फानन में नजदीक स्थित अस्पताल सीएससी अतर्रा में उपचार हेतु लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार करने के पश्चात जिला अस्पताल बांदा के लिए जखर किया है। जहां युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। प्राप्त विवरण के अनुसार अतर्रा के फतेहगंज के गांव प्रसिद्वपुर निवासी 19 वर्षीय युवक पंकज पुत्र देवीदयाल आज सुबह मध्य प्रदेश के गांव भिआमऊ में मजदूरी करने गया था। 

जहां एक भवन के ईंट दीवाल चुनाई का कार्य चल रहा था। जब युवक दीवाल के नजदीक से गुजरा तो अचानक से दीवाल भरभराकर उसके ऊपर गिर पड़ी और वो ईंटों से बनी दीवाल के मलवे के नीचे दब गया और उसके दोनों पैर बुरी तरह जख्मी हो गए। चीख पुकार की आवाज सुनकर मौके पर पहुंचे अन्य मजदूरों ने उसे मलवे से बाहर निकाल युवक के परिजनों को फोन द्वारा सूचित किया।परिजनों ने घायल युवक को एम्बुलेंस के द्वारा नजदीक स्थित अस्पताल सीएचसी अतर्रा में इलाज हेतु भर्ती करवाया। जहां चिकित्सकों ने घायल युवक का प्राथमिक उपचार करने के पश्चात जिला अस्पताल के लिए रेफर किया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है।

टप्पेबाज ने महिला के उड़ाए 17 हजार रूपये

तिंदवारी/बांदा। थाना क्षेत्र के तेरही माफ़ी निवासी सरोज यादव पत्नी राजू एक माह पहले कस्बा स्थित स्टेट बैंक की शाखा से 17 हजार रुपये निकाले, जैसे ही वह पैसे लेकर निकलने लगी एक अजनबी के झांसे में आकर उसके भी पैसे जमा करवाने लगी,  सरोज अजनबी के बातों में आकर उसके पैसों की गड्डी लेकर काउंटर में पैसा जमा करने के लिए लग गई, तभी उसी दौरान सरोज के पालीथिन से 17 हजार रुपये निकाल कर अजनबी रफूचक्कर हो गया। सरोज ने रुपयों के गड्डी को गिनने के लिए एक बार देखा तो गड्डी में ऊपर और नीचे पांच सौ की नोट लगे थे, शेष रुपयों के नाप के कागज़ लगे थे, सरोज ने जब अजनबी को वहां से गायब देखा तो अपने पैसों पर ध्यान गया, सरोज के पैसे पॉलीथिन से गायब थे,  उसे टप्पेबाजी के शिकार होने का अहसास हुआ। सरोज ने बैंक सीसीटीवी फुटेज चेक करवाने समेत पुलिस आदि को सूचना दी लेकिन कुछ हाँथ नही लगा।

बुधवार को सरोज  स्टेट बैंक गई थी, उसने आरोपी को पहचान लिया, उसको टोंका तो आरोपी भागने लगा, सरोज ने हिम्मत जुटाई और उसका पीछा कर लोगों की मदद से पकड़ लिया, सरोज आरोपी को दो चार थप्पड़ रसीद किये तो उसने नाम पता बताते हुए 17 हजार रुपये ले जाने की बात कबूल कर ली, सरोज  कॉलर पकड़ उसे थाने ले आई।  इंस्पेक्टर अर्जुन सिंह के मुताबिक आरोपी मनोज कुमार पुत्र भूरा निवासी ओजेपुर कोरा  थाना जहानाबाद जिला फतेहपुर पर आईपीसी की धारा 379 व 411 पर मामला दर्ज किया गया है। वह कुछ दिन पूर्व दिन बैंक से महिला से टप्पेबाजी कर पैसा ले गया था, आज पुनः टप्पेबाजी की फिराक बैंक में था, महिला ने उसे पहचान लिया, और हिम्मत दिखा खुद ही आरोपी को पकड़कर ले आई, आरोपी मनोज ने अपना जुर्म कबूल किया है। जेल भेजा जाएगा।

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