EXCLUSIVE NEWS : महिला की कमर में टूट गई सुई, अस्पताल में मचा हंगामा


  • दर्द बढ़ा तो कराया गया एक्स-रे, सुई देखकर हैरान रह गए परिजन  
  • सर्जन चिकित्सक ने किया महिला का आपरेशन, निकाली सुई

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। जिला अस्पताल में प्रशिक्षुओं की भरमार है। अपनी ट्रेनिंग को पूरा करने के लिए अस्पताल में मौजूद प्रशिक्षु लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। गुरुवार को एक मरीज की जान आफत में तब पड़ गई जब प्रशिशु कर्मी ने उसे इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन कमर पर लगाया गया था, और सुई उसके शरीर पर ही छोड़ दी। चुपचाप स्वास्थ्य कर्मी वहां से नौ-दो ग्यारह हो गया। इधर तकरीबन एक घंटे के बाद मरीज को दर्द बढ़ा तो हंगामा खड़ा हो गया। एक्स-रे कराया गया तो अंदर सुई थी, बाद में महिला का आपरेशन कर सुई बाहर निकाली गई। मिली जानकारी के मुताबिक कनवारा गांव निवासी तुलसा देवी (55) पत्नी सालिगराम पेट दर्द से पीड़ित थी। गुरुवार को उसे ट्रामा सेंटर लाकर भर्ती कराया गया। 

वहां मौजूद चिकित्सक ने दर्द का इंजेक्शन लगाने के लिए कहा। इस पर ड्यूटी में मौजूद प्रशिशु स्वास्थ्य कर्मी ने महिला की कमर में पेन किलर इंजेक्शन लगा दिया। तकरीबन एक घंटे बाद जब महिला को दर्द शुरू हुआ तो घरवाले सकते में आ गए। महिला का कहना था कि उसके इंजेक्शन लगाने वाली जगह पर कोई चीज चुभ रही है। महिला के शरीर में तेज दर्द होने लगा। परिजनों ने महिला का अस्पताल से एक्सरे करवाया। देखा तो महिला कमर में (निडिल) सुई घुसी हुई थी। यह देखते ही परिजनों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना पाकर तत्काल सीएमएस डा. संपूर्णानंद मिश्र मौके पर पहुंच गए। आनन-फानन महिला को आपरेशन कक्ष ले जाया गया। 

वहां पर कागजी खानापूरी करने के बाद सर्जन डा. रामेंद्र कुमार ने महिला का आपरेशन किया और सुई बाहर निकाली। तब परिजनों ने राहत की सांस ली। तुलसा देवी के बेटे रजनीश तिवारी ने बताया कि प्रशिक्षु मरीजों के साथ खिलवाड़ करते हैं। इंजेक्शन लगाने के साथ वह अपनी ट्रेनिंग पूरी करते हैं। इस ओर कोई ध्यान देने वाला नहीं है। इस संबंध में सीएमएस डा. संपूर्णानंद मिश्र ने कहा कि वह मामले की जांच कराएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान समय में कुछ सामान भी घटिया किस्म का आ रहा है, इसकी शिकायत व उच्चाधिकारियों से करेंगे।

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