अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
उपभोक्ताओं के लाखों डकार गया जलसंस्थान का लिपिक
- पीड़ित उपभोक्ताओं ने जीएम से की कार्यवाही की मांग
ओरन/बांदा। जल संस्थान ओरन मे कनेक्शन के नाम पर कर्मचारियों द्वारा उपभोक्ताओं को ठगा जा रहा है। पीड़ितों ने जलसंस्थान के महाप्रबंधक को ज्ञापन भेजकर दोषी सरकारी कर्मचारी पर कार्यवाही करने व उनको रसीद दिलाये जाने की मांग की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कस्बे के निवासी दर्जनभर लोगों ने महाप्रबंधक जल संस्थान भूरागढ़ बांदा मे लिखित शिकायत किया की मेरे रहाइसी मकान में कुछ दिन पहले जल संस्थान द्वारा कनेक्शन करवाया था। जिसमे सारे कागज एवं 4500 रुपए दिए जलसंस्थान के लिपिक सत्येन्द्र यादव को दिये गये थे। जल संस्थान के जलसंस्थान के लिपिक द्वारा उन सभी घरों में कनेक्शन कर दिया और आज तक रसीद नहीं दी ना ही बिल आए हैं।
जबकि जलसंस्थान का दूसरे लिपिक द्वारा कनेक्शनो को अवैध बताते हुए नेटिस भेजे जाने की धमकी लगातार दी जा रही है। वहीं पैसे लेकर कनेक्शन करने वाले सत्येन्द्र बाबू से जब भी रसीद मांगी जाती है तो वे अभद्रता करते हुए फोन काट देते है। कई बार फोन भी नहीं रिसीव करता। पीड़ित उपभोक्ताओं ने महाप्रबंधक जलसंस्थान से कार्यवाही की किये जाने की मांग की है। इसके अलावा नगर वासियों ने बताया कि ओरन कस्बे में लगभग आधा सैकड़ा से ऊपर फर्जी कनेक्शन है जिसने उपभोक्ताओं से पैसे और कागज ले लिए हैं। उनके कनेक्शन भी कर दिए गए हैं। लेकिन आज तक उनको रसीद नहीं मिली ना ही बिल मिला। उपभोक्ताओं ने संबंधित अधिकारी से मांग की कि उनकी रसीद एवं बिल भेजे जाएं।
समूह की महिलाओं को दी गई मीटर रीडिंग की ट्रेनिंग
बांदा। एनआरएलएम एवं यूपीपीसीएल के सहयोग से समूह की दीदियों के द्वारा विद्युत बिल कलेक्शन का कार्य जनपद में किया जा रहा है जिसमें 155 विद्युत सखियों को चुना गया है उसमें से 92 विद्युत सखी अभी सक्रिय रूप से काम कर रही है। जनपद स्तरीय ट्रेनिंग में विद्युत सखी दीदियों को मीटर रीडर का भी काम दिया जाने के लिए ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग काम्पिटेन्ट सिनर्जीज के ट्रेनर द्वारा दी गई। ट्रेनिंग में जनपद बांदा के सभी ब्लॉक से 98 विद्युत सखियां उपस्थित थी इन विद्युत सखियों द्वारा पूर्व में भी विद्युत बल कलेक्शन में अच्छा कार्य किया गया है जिनमें गायत्री, दीपा, पुष्पा,प्यारी देवी, प्रीति, आरती, माया व रुबीना आदि प्रमुख है। एनआरएलएम के डीएमएम अरुण, बीएमएम रामेंद्र, यूपीपीसीएल के एसडीओ देवव्रत आर्य, कॉम्पिटेन्ट सिनर्जीज के सर्किल मैनेजर पंकज, सुपरवाइजर रवि व धर्मेंद्र उपस्थित रहे।
अवधेश सिंह को मिली आप की कमान
- पार्टी ने बताया जिला प्रभारी
बांदा। प्रदेश के विधानसभा चुनावों में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उप्र में संगठन को पूर्ण रूप से भंग कर दिया था। पार्टी मुखिया और दिल्ली प्रदेश के मुख्यमन्त्री अरविन्द केजरीवाल के निर्देश पर प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने उप्र के सभी 75 ज़िलों में “मज़बूत संगठन निर्माण” के लिये अपने सभी मज़बूत व पार्टी के प्रति निष्ठावान साथियों को ज़िला प्रभारी नियुक्त कर दिया है। आम आदमी पार्टी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य बाँदा जनपद में अन्ना आन्दोलन के साथी तथा पार्टी निर्माण के समय से ही बाँदा जनपद के ज़िलाध्यक्ष रहे अवधेश कुमार सिंह को बाँदा की ज़िम्मेदारी दी गई है। पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने उन पर विश्वास जताते हुये टीम ए के 75 में स्थान दिया है। जिस पर अवधेश कुमार सिंह ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविन्द केजरीवाल व प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह का आभार जताते हुये कहा कि प्रदेश में बनाई गई।
टीम में जगह मिलने से यह बात तय है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व मेरे कार्य से संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने एक बार फिर से जिस विश्वास के साथ मुझे ज़िम्मेदारी दी है मैं उस पर पूरी तरह से खरा उतरने की कोशिश करूँगा। अन्य प्रदेशों की तरह उप्र में भी टीम केजरीवाल और उसकी कार्य प्रणाली के अनुशरण की आवश्यकता है। यहाँ के लोग विकास से कोसों दूर जातिवाद व धर्म संप्रदाय की राजनीति की ओर बढ़ चुके हैं जिसका फ़ायदा राजनैतिक पार्टियाँ उठा कर अपनी सरकारें बना रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रभारियों को अपने अपने ज़िलों में बूथ स्तर तक मज़बूत संगठन बनाने की ज़िम्मेदारी पूरी ईमानदारी एवं कर्मठता से निभानी चाहिये जिससे एक बार फिर से अपने प्रदेश में आम आदमी पार्टी मदबूती के साथ खड़ी हो सके।
शिक्षा परिवार, समाज और देश के विकास में अहमः खालिद
- 28 ड्रापआउट किशोरियों का पुनः स्कूल में दाखिला
- किशोरियों को स्कूल भेजने वाले अभिभावक सम्मानित
- बालिका शिक्षा में काम कर रही वनांगना संस्था
बांदा। परिवार, समाज और देश के विकास में एक शिक्षित महिला महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह समाज में बदलाव ला सकती हैं। वर्तमान में अपने दैनिक जीवन में बड़ी से ब़ड़ी चुनौतियों का सामना करना कर सकती है। इसके लिए महिला का शिक्षित होना बेहद जरूरी है। यह बातें संकुल प्रभारी खालिद खान ने कहीं। रविवार को महिला संस्था वनांगना द्वारा निजामी पैलेस सभागार में आयोजित अभिभावक सम्मान समारोह में उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आज भी मुस्लिम समाज में लड़कियां शिक्षा से वंचित रह जाती हैं। लेकिन संस्था के प्रयास से मुस्लिम किशोरियां शिक्षा से जुड़ पाई हैं।
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की वार्डेन दीप्ती राजपूत ने कहा की संस्था का मॉड्यूल रचनात्मक व रुचिकर है, जिससे लड़कियां जल्दी पढ़ना लिखना सीख जाती हैं। प्रधानाध्यापक तरन्नुम खान व फारूक सिद्दीकी ने कहा की हम सबको मिलकर लड़कियों को शिक्षा देने के लिए प्रेरित करने की ज़रूरत है। महिला डिग्री कालेज की प्रवक्ता डा. सबीहा रहमानी ने कहा कि कोरोना महामारी में भी संस्था द्वारा लड़कियों के सेंटर सुचारू रूप से चलाया जाना सराहनीय प्रयास है। जन शिक्षण संस्थान के सलीम खान व सीता देवी ने भी संबोधित किया।
संस्था की नेतृत्व समूह पुष्पा ने बताया कि अभिभावको से अनुरोध किया की लड़कियों को शिक्षा पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है। मंजू सोनी ने सभी का स्वागत किया। अवधेश गुप्ता संस्था के बारे में बताया। कार्यक्रम का प्रस्तुतिकरण शोभा देवी ने किया। संचालन करते हुए समन्वयक शबीना मुमताज ने बताया कि संस्था छनेहरा, जमवारा, गोरेपुरवा, लहुरेटा, कल्हरा आदि गांव में सेंटर चलाकर डा्रपआउट यानी अपनी पढ़ाई छोड़ चुकी किशोरियों को पुनः शिक्षा से जोड़ने के लिए कई वर्षों से लगातार काम कर रही है। इसी का नतीजा रहा कि इस साल 28 डा्रपआउट किशोरियों को उनके माता-पिता ने पुनः स्कूल भेजना शुरू कर दिया है। इसके लिए इन अभिभावकों को सम्मानित किया गया है। कार्यकर्म में रानी देवी, सुधा देवी, कुलसुम, श्यामकली, राधेश्याम, शिवशंकर, फरहा, शहनाज आदि ने व्यवस्था संभाली।
इनको मिला सम्मान
पढ़ाई छोड़ चुकी किशोरियों को पुनः स्कूल भेजने वाले अभिभावकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इनमें साधना, शीबा, लक्ष्मी, रेशमी, वंदना, रोशनी, प्रिया, सना, आतिफा, आयशा, अलसीफा, फ़िरदौस, विमला, आफरीन, नाजिया, नाजरा, साजिया, संगीता को सम्मानित किया गया।
0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.