- संतो व शिष्यों की उपस्थिति में महंत बाबा रामसेवक दास एवं महंत बाबा लालता दास जी महाराज ने किया राजतिलक
- सतगुरु ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 महंत विश्राम दास जी की स्मृति में कुटी पर संपन्न हुआ संत सम्मेलन व विशाल भंडारा
श्रेयांश सिंह सूरज, विशेष संवाददाता
बाराबंकी। जिले के रामसनेहीघाट क्षेत्र अंतर्गत ब्रह्मलीन संत 1008 श्री श्री बाबा विश्राम दास जी महाराज की कुटी विश्राम धाम के उत्तराधिकारी महंत के रूप में दामोदर दास जी महाराज का वैदिक मंत्रों के बीच संतों की उपस्थिति में राजतिलक कर दिया गया। नवनियुक्त उत्तराधिकारी महंत का इस अवसर पर पूजन अर्चन कर भव्य स्वागत भी किया गया। इस मौके पर ब्रह्मलीन सद्गुरु की पावन स्मृति में संत सम्मेलन के साथ ही विशाल भंडारे का आयोजन हुआ। जिसमें हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।
रामसनेहीघाट तहसील क्षेत्र के दलसिंह पुर में स्थित ब्रह्मलीन 1008 श्री श्री महंत बाबा विश्राम दास जी की कुटिया पर आज उत्सव का माहौल था। आज विश्राम धाम में दूरदराज से तमाम संत व यहां से जुड़े शिष्य पधारे थे। इस मौके पर यहां पर विश्राम धाम दलसिंह पुर कुटी के महंत बाबा रामसेवक दास जी महाराज एवं बाबा प्रेमदास कुटी हैदरगढ़ के महंत 108 बाबा लालता दास जी महाराज के सानिध्य में स्थानीय युवा संत दामोदर दास जी को विश्राम धाम कुटी का उत्तराधिकारी महंत घोषित कर दिया गया। वैदिक मंत्रों एवं विभिन्न सनातनी प्रक्रियाओं के बीच युवा संत दिलीप कुमार को उत्तराधिकारी घोषित करते हुए उन्हें महंत प्रक्रिया के तहत महंत दामोदर दास का नाम दिया गया। इस मौके पर तमाम संत एवं विश्राम धाम से जुड़े हुए शिष्य उपस्थित थे। सभी ने महंत जी के जयकारों के बीच करतल ध्वनि के साथ उत्तराधिकारी बनाए गए महंत दामोदर दास जी का अभिनंदन व पूजन अर्चन भी किया।
इसी श्रंखला में विश्राम धाम कुटी पर इस बार 73वां संत सम्मेलन एवं विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। जिसमें प्रदेश के कई जनपदों एवं दूसरे प्रदेशों के तमाम शिष्यों ने भाग लेकर प्रसाद ग्रहण किया। सनद हो कि विश्राम धाम दलसिंह पुर कुटी अध्यात्मिक एवं धार्मिक सत्संग के केंद्र के रूप में पूरे जनपद में प्रसिद्ध है। यहां की देखरेख महंत बाबा रामसेवक दास जी करते आए हैं। जबकि विश्राम धाम के सबसे पहले महंत 1008 महंत बाबा विश्राम दास जी हुए और उन्होंने यहां विश्राम धाम कुटी के स्थापन का कार्य किया। इसके बाद यहां 1008 बाबा मनिराम दास जी ने महंती संभाली। उसके उपरांत 108 महंत बाबा रामसेवक दास जी महाराज वर्तमान में यहां के महंत हैं। महंत रामसेवक दास जी महाराज ने अपने सामने ही कुटी का कामकाज देख रहे युवा संत दिलीप कुमार को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया।
जिनका आज वैदिक सनातन प्रक्रिया के तहत नए महंत के रूप में राजतिलक किया गया। उत्तराधिकारी महंत अब महंत दामोदर दास के रूप में जानें जाएंगे। इस मौके पर उपस्थित तमाम संतों ने उत्तराधिकारी महंत दामोदर दास को विश्राम धाम के सफल संचालन हेतु आशीर्वाद भी दिया। जबकि विश्राम धाम के संत सम्मेलन में पधारे हुए संतों ने श्री रामचरितमानस की चर्चा करते हुए सत्संग भी किया। इस संत सम्मेलन में बाबा महंत लालता दास जी महाराज, बाबा कृष्णानंद भारती, बाबा राम तीरथ दास जी महाराज, बाबा बनवारी दास जी, महंत अखिलेश्वरानंद जी महाराज, अजय शास्त्री, प्रेम दास जी महाराज, अवधी सम्राट हरि नारायण तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता कृष्ण कुमार द्विवेदी राजू भैया, अतुल सिंह ,ज्वाला सिं,ह गंगाबक्स सिंह, डॉ ओ पी मौर्या, राम शंकर, बच्चा सिंह, आचार्य धर्मपाल,पुजारी जी,शुभम त्रिपाठी, श्रीमती सीमा सिंह सहित सैकड़ों विश्राम धाम से जुड़े चेले व भक्तजन तथा लोग उपस्थित थे।
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