सचिव व प्रधानों की मिलीभगत से खाली हुई गौशालाओं मे बदहाली का आलम
- गाँव, गौशाला व विकास के आंकड़ों मे लाखों खर्च, मौके पर व्यवस्था धड़ाम
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
बांदा। जिलाधिकारी लगातार प्रतिदिन बिकास के साथ जनकल्याण की सरकारी योजनाओं को शतप्रतिशत जमीन पर उतारने के लिए काफी भागदौड और मेहनत के प्रयास जारी किए हुए हैं ।प्रदेश सरकार की जीरो टालरेंस भ्रष्टाचार मुक्त शासन की परिपाटी को मूर्त रूप से अमलीजामा पहनाने की भरसक कोशिश भी करते देखे जा रहे है। जिसके लिए जनभागीदारी और सरकारी धन की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए शासन को अपने माध्यम से डिमांड भी भेज रहे है। और वर्तमान सरकार भी बिकास की धारा को बिना किसी ब्रैक के बहाने मे कोशिश कर रही हैं। जिसके लिए समय- समय पर पैकेज की सौगात जिले को मिल रही हैं।जैसे सुगम यातायात, रोजगार, किसानों के बिकास, गोवंश संरक्षण व ग्रामीण क्षेत्रों में जनसुविधा की योजनाएं मुख्य हैं। लेकिन इन सभी योजनाओं को जमीन पर उतारकर शतप्रतिशत परिणाम देने मे कुछ लापरवाह कर्मचारी कोई रूचि लेते दिखाई नही दे रहे है।
ये आलसी कर्मचारी योजनाओं को खाली कागजी फाइलों में दौडाकर अपनी जेबों को भरने के लिए बिकास के बजट को लूटने मे लगे हैं जिसके लिए कागजीआंकड़ों में सब आल इज वेल दिखा रहे हैं। जिसमें एक उदाहरण स्वरूप ग्राम बिकास अधिकारी त्रिवेणी प्रसाद की कार्यशैली हैं ।जिनके कंधों पर नरैनी ब्लॉक का गाँव पियार मे बिकास, गोवंश संरक्षण, किसानों,व क्षेत्रीय ग्रामीणों की स्थिति को बेहतर बनाने जिम्मेदारी दी गई है।जिसमें ग्राम प्रधान के सहयोग से जनकल्याण कारी योजनाओं के माध्यम से बिकास कराने का लक्ष्य दिया गया। परिणाम उसके उलट सचिव ने प्रधान व रोजगार सेवक खुद के बिकास पर पूरी तनमयता से ऊर्जा खर्च कर दी और ग्रामीण विकास उसी चौराहे पर आगे की राह में सरपट दौडने के लिए खडा दिखाई दे रहा। जब इन ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीणों ने आज सोशल आडिट की खुली बैठक मे ग्रामीणों ने मनरेगा मे हो रही धाँधली की जानकारी दी कि यहां पर मेडबंदी हो या सेक्टर तथा समतलीकरण मजदूरों से काम न करवाकर ट्रेक्टरो व जे. सी .बी . मशीनों से काम करवाया जाता है तथा जाँबकार्ड मे मजदूरों के नाम पैसा भेजकर उनसे वसूल कर लि जाते है इस काम को गांव का ही निवासी रोजगार सेवक बखूबी तरीकें से करता है वास्तविक मजदूर मजदूरी करने के लिए दर दर की ठोकरें खाते घूम रहा बिना काम मे गये ही कुछ लोगों के खाते मे पैसा भेजा जा रहा है।
गौशाला का हाल जाना तो ग्रामीणों ने सारी हकीकत बयां कर दुखडा सुनाना शुरू कर दिया कि हमारे खेतो मे ज्वार अरहर मूँग उडद की फसल बो दी गयी है तथा फसल निकल आयी है परन्तु गौवँश खुला होने की वजह से हमारी फसले चौपट हो रही है यह बात आज सोशल आडिट की खुली बैठक मे ग्रामीणों ने जानकारी दी। गौशाला में सरकारी कागजों में लगभग एक सौ पचास गोवंश दर्ज है परन्तु मौके मे गौशाला मे एक भी गौवँश नही इसकी जानकारी जिला मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को दी गयी तो उन्होंने आश्वासन दिया कि हम देखवाते है । बदहाल गौशाला में बिना समुचित छाया, प्रकाश ,पौष्टिक पानी आहार,भोजन आदि की व्यवस्था नही मौजूद ।ताज्जुब की बात यह है कि इस गौशाला में संख्या बल के हिसाब से हर माह बजट डिमांड दी गई इन बेजुबानों के रखरखाव का धन किसकी भूख मिटा रहा है।जो जाँच का बिषय है जिसकी जाँच पड़ताल कर जिम्मैदारी तय हो साथ ही वसूली कर दंड देने से अन्य लापरवाह कर्मचारियों के लिए सीख बन सकती हैं । यहाँ काफी समय से गोवंश संरक्षित ही नहीं थे तो उनके नाम पर कैसे लाखों रुपए खर्च दिए गए।यह पूरा खेल समझ से परे हैं। इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने नाम और पहचान गुप्त रखने की शर्त पर गोशाला की बदहाली की पोल खोल दी।
प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक ने फेरा डीएम के आदेशों पर पानी
एक ओर डीएम अनुराग पटेल जहाँ गोवंश की उचित ब्यवस्था के हाईलेवल मीटिंग और जनभागीदारी से उनके राशन की ब्यवस्था के भूसादान महाभियान चला लोगों को प्रेरित करने के साथ बडे आयोजन और प्रोत्साहन देने मे पसीना बहा रहे है तो उनकी इस मेहनत को कुछ अकर्मण्य लापरवाह और भ्रष्ट जिम्मेदार राजनैतिक संरक्षण के दम पर ठेंगा दिखा रहे है जिसमें मौजूदा नरैनी ब्लाक के सचिव प्रधान रोजगार सेवक ने सारी हदे पार कर दी जब सोशल आडिट की खुली बैठक मे ग्रामीणों ने इनकी पोल खोलना शुरू किया तथा आडिट टीम वालो ने ग्रामीणों की शिकायतों को गँभीरता से लेते हुए पूरी बात को सुना तथा ग्रामीणों को उनके हक एवँ अधिकार दिलाने का आश्वासन दिया तथा पँचायत के जिम्मेदारो के खिलाफ कार्यवाही करवाने की बात खुली बैठक मे की तो रोजगार सेवक व प्रधान के हाँथ पाँव फूलने लगे तथा रोजगार सेवक व प्रधान टीम से आरजू मिन्नतें करते नजर आ रहे थे। लेकिन सोशल आडिट के ब्लाक रिसोर्स पर्सन रामसेवक प्रजापति ने इनकी कारगुजारियों को सुन कर इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई का डंडा चलाने का आश्वासन ग्रामीणों को दे दिया तो इन्होंने अपने राजनैतिक आकाओं से उच्चाधिकारियों पर शिफारिश कराते हुए दबाव का दांव पेंच लगाना शुरू कर दिया।और डीएम अनुराग की पूरी मेहनत पर धनबल, राजनैतिक, और हठधर्मिता से पानी फेरने का खेल जारी कर दिया।अब देखने वाली बात तो यह होगी इनके खिलाफ अब कैसी कार्यवाही होगी।
शहीद पत्रकार स्व.सुरेश चंद्र गुप्त की 39 वीं पुण्यतिथि मनाई
- शहीद दिवस के रूप में हुआ श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन
बबेरु/बाँदा। बबेरु में 13 जुलाई 1983 को निष्पक्ष एवं निर्भीक संपादक की सरेआम दिन दहाड़े हत्या कर दी गई थी। जिसकी पत्रकारों के द्वारा मूर्ति स्थापित कर निर्माणाधीन शहीद पार्क में 39 वी पुण्य तिथि मनाई गई। उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व का प्रकाश डाला गया। वही पत्रकार साथी एवं जनप्रतिनिधियों ने पुष्प माला पहना कर श्रद्धांजलि दी गयी। बबेरू कस्बे के रहने वाले पत्रकार स्व.सुरेश चंद्र गुप्ता की 13 जुलाई सन 1983 को पुलिस के सह से दबंगों ने पीट-पीटकर हत्या करवा दिया था। जिसमें स्व.सुरेश चंद्र गुप्ता पत्रकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले वरिष्ठ पत्रकार बुद्ध प्रकाश अग्निहोत्री,व कस्बे के पत्रकारों के प्रयास व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से स्व.सुरेश चंद्र गुप्ता की मूर्ति लगवाकर शहीद पार्क बनवाने का काम किया गया हैं। जिसमें बबेरू कस्बे के पत्रकार व गणमान्य व्यक्ति,जनप्रतिनिधियों के द्वारा हर वर्ष 13जुलाई को स्व.सुरेश चंद्र गुप्ता की पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। लोग पहुंचकर सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं,उसी के तहत आज 39 वां शहीद दिवस मनाया गया है।
और उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर चर्चा किया,वरिष्ठ पत्रकार बुद्ध प्रकाश अग्निहोत्री ने बताया पत्रकार स्वर्गीय सुरेश चंद्र गुप्ता एक निर्भीक पत्रकारिता करते थे,जिसमें पुलिस की एक फर्जी एनकाउंटर की खबर प्रमुखता से छापा था, जिसमें पुलिस बौखला गयीं थी, जिससे पुलिस के द्वारा गुंडों और दबंगों से मिलकर लाठी-डंडों से पीट-पीटकर 13जुलाई 1983 को स्वर्गीय सुरेशचंद्र गुप्त पत्रकार की निर्मम हत्या कर दिया था। इसी को लेकर 13 जुलाई को स्वर्गीय पत्रकार सुरेश चंद्र गुप्ता के पुण्यतिथि को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष सुनील पटेल,चेयरमैन विजयपाल सिंह,पूर्व चेयरमैन सूर्यपाल यादव, सभासद नारायण गुप्ता, विवेकानंद, सुधीर कुशवाहा, सुनील यादव, सौरभ शिवहरे,सुधीर अग्रहरि, अवधेश कृष्ण शास्त्री मुन्ना सिंह सभी ने श्रद्धांजलि दी हैं,इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार को बुद्धप्रकाश अग्निहोत्री, शिवविलाश शर्मा, जितेंद्र श्रीवास जीतू, मुफ़ीद खान, कमलेश चौरसिया, रामू तिवारी, नंदू चौबे, कासिम खान, कामता सोनी, संदीप पटेल,आदि पत्रकार साथियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर याद किया है। इस दौरान आकाश द्विवेदी, धर्मेंद्र पटेल सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे है।
आजादी के अमृत महोत्सव पर दुल्हन की तरह सजाएं घर और प्रतिष्ठानः डीएम
- जिलाधिकारी की अध्यक्षता में व्यापारियों के साथ सम्पन्न हुई बैठक
बांदा। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम देश भर में गरिमामय रूप से मनाया जा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी बांदा अनुराग पटेल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में उद्योग बन्धुओं व व्यापार मण्डल के सदस्यों के साथ बैठक सम्पन्न हुई। जिसके अन्तर्गत 11 से 17 अगस्त, 2022 के मध्य हर-घर-तिरंगा कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद के प्रत्येक नागरिक को अपने घर एवं प्रतिष्ठानों पर झण्डा फहराने के लिए प्रेरित करना है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्र प्रेम की भावना को जाग्रत करते हुए स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव उजागर करना है।
जिलाधिकारी ने कहा कि सरकार चाह रही है कि 11 से 17 अगस्त के मध्य हर-घर में तिरंगा फहराया जाए, जिससे हर-घर एक दुल्हन की तरह नजर आए। उन्होंने जनपद वासियों से अपेक्षा किया कि आजादी का 75वां अमृत महोत्सव पूरे श्रृद्धा, सम्मान एवं मनोभाव से मनाया जाए। इस दौरान नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष सफाई अभियान चलाया जाए तथा सात दिन लाइटिंग की व्यवस्था भी करायी जाए। उन्होंने कहा कि जनता/लाभार्थी/एन0जी0ओ0/क्लब/व्यापार मण्डल/उद्योग सभी झण्डों की व्यवस्था करायेंगे। 15 अगस्त के दिन प्रत्येक सरकारी कार्यालयों आदि पर खादी का झण्डा फहराया जायेगा। इस मौके पर कोई भी विद्यालय/मार्केट/ऑफिस बन्द नही रहेगा। स्कूल में सभी छात्र यूनिफार्म में आयेंगे तथा प्रत्येक विद्यालय के छात्र वेश-भूषा में परेड भी करेंगे तथा विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, राष्ट्रगान का गायन करेंगे। झण्डा सूती, पॉलिस्टर, साटन कपडे का बनवाया जाए।
जिलाधिकारी ने कहा कि शासन द्वारा जनपद में हर-घर तिरंगा झण्डा निर्माण का लक्ष्य 03 लाख निर्धारित किया गया है, जिसमें पंचायती राज/ग्राम विकास 10 हजार, नगर पंचायत/नगर पालिक 57 हजार, बेसिक शिक्षा विभाग 50 हजार, उच्च शिक्षा 30 हजार, उद्योग व्यापार मण्डल 25 हजार, कृषि विभाग 02 हजार, पुलिस विभाग 15 हजार, माध्यमिक शिक्षा 14 हजार, स्वास्थ्य विभाग 10 हजार, पूर्ति विभाग 10 हजार, राजस्व विभाग 10 हजार, सहकारिता विभाग 10 हजार, जिला युवा कल्याण विभाग 10 हजार, प्राविधिक शिक्षा 06 हजार, एन0सी0सी0/एन0एस0एस0 05 हजार तथा महिला एवं बाल विकास विभाग को 05 हजार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। झण्डा निर्माण हेतु विकास खण्डों में निर्धारित लक्ष्य कुल 01 लाख तय किया गया है, जिसमें एन0आर0एल0 एम0 एवं अन्य विभाग के द्वारा झण्डों के निर्माण की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा कि झण्डों के निर्माण का कार्य शत्-प्रतिशत समय से 31 जुलाई तक हर हाल में पूर्ण कर समस्त घरों, दुकानों, प्रतिष्ठानों, शैक्षिक संस्थानों, सरकारी/गैर सरकारी कार्यालय में उपलब्ध करा दिया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि 75 अमृत सरोवरों का कार्य पूर्ण कराकर उनके भीटों के किनारे-किनारे झण्डा फहराया जाए। 14 अगस्त को मैराथन का आयोजन किया जायेगा तथा युवक मंगल दल पूरी यूनीफार्म, साइकिल, तिरंगे के साथ उपस्थित रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर फलदार पौधों का रोपण कराया जाए।
बेसिक शिक्षाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक सभी विद्यालयों में साफ-सफाई कराकर महापुरूषों के चित्रों की पेंटिग करवायेंगे। इस मौके पर लाउड स्पीकर द्वारा राष्ट्र भक्ति गीतों का गायन कराया जायेगा। जिलाधिकारी श्री पटेल ने उद्योग व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों से अपेक्षा किया कि जिस आप लोग जिला प्रशासन के हर कार्य में सहयोग करते हैं उसी प्रकार इस बार राष्ट्रप्रेम की भावना जाग्रत करने के लिए स्वेच्छा पूर्वक इस कार्य में सहयोग करें, जिससे हमारा जनपद तिरंगों से सजा एक दुल्हन की तरह नजर आए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या, नगर मजिस्ट्रेट केशव नाथ गुप्ता, व्यापार मण्डल के सदस्य मनोज जैन, अमित सेठ भोलू, अशोक कुमार, श्री पाण्डेय, रोहित जैन, जी0एम0डी0आई0सी0 जहरूद्दीन, जिला पंचायत राज अधिकारी अजय आनन्द सरोज सहित व्यापार मण्डल के पदाधिकारी गण उपस्थित रहे। बैठक में ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी-3 में प्रतिभाग करने वाले निवेशकों रोहित जैन, विकास कुमार एवं भुवनेश कुमार आदि को शासन द्वारा प्रेषित स्मृति चिन्ह प्रदान कर जिलाधिकारी अनुराग पटेल द्वारा सम्मानित किया गया।
गुरु पूर्णिमा पर आश्रमों में छाया रहा उत्साह
- शिष्यों ने गुरुओं पर जताई श्रद्धा, लिया आशीर्वाद
बांदा। ‘गुरूर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुरू गुरुदेव महेश्वरः। गुरु साक्षात परम ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः।।’ इंटरनेट के इस युग में जीवन के मूल्यों में बड़ा परिवर्तन हुआ है, लेकिन यह गुरु-शिष्य परम्परा ही है जो प्राचीन काल से ज्यों कि त्यों चली आ रही है। गुरुपूर्णिमा का दिन अपने गुरुजनों के प्रति आदर प्रदर्शित करने का है। इसलिये मंगलवार को लोगों ने सामथ्यार्नुसार भेंट देकर अपने गुरुजनों के प्रति अपने तरीके से सम्मान प्रदर्शित किया। उमाकांत जी ने कहा कि एक शिष्य के लिये गुरु का स्थान भगवान से भी ऊंचा होता है। इसीलिये कबीरदास लिखते हैं ‘गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागूं पांय, बलिहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताय’।
बताया कि गुरु की प्रतिमा यदि पत्थर अथवा मिट्टी की स्थापित करके भी कोई शिष्य ज्ञान की प्राप्ति करना चाहता है तो वह भी संभव है। इतिहास गवाह है कि द्वापर में अर्जुन जैसा धनुर्धर संपूर्ण संसार में नहीं था, लेकिन एकलव्य ने गुरु द्रोणाचार्य को मन से गुरु मानकर उनकी प्रतिमा स्थापित की और उनकी प्रेरणा से धनुर्विद्या का अभ्यास प्रारंभ किया। गुरु की कृपा से उसने यह सिद्ध कर दिखाया कि वह अर्जुन से भी ज्यादा धनुर्विद्या में प्रवीण हुए। इसी तरह गुरु पूर्णिमा के अवसर पर शहर के विद्यालयों में भी विभिन्न आयोजन किए गए और गुरु की महिमा का बखान किया गया।
पूर्व प्रधान पिता की अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब
तिंदवारी/बांदा। बुधवार को सुबह करीब 8 बजे बेंदा के पूर्व प्रधान विवेक कुमार सिंह के 84 वर्षीय वयोवृद्ध पिता छत्रपाल सिंह का उनके घर के सामने नेशनल हाईवे पर अज्ञात वाहन की टक्कर से मौत हो गई। अंतिम संस्कार बेंदाघाट में किया गया। अंतिम यात्रा में विशाल जन सैलाब उमड़ा। मुखाग्नि बेटे बेंदा पूर्व प्रधान विवेक कुमार सिंह ने दी। अंतिम यात्रा में जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि बलवान सिंह, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अजय कुमार सिंह, जौहरपुर प्रधान धर्मेंद्र सिंह परमार, बेंदा प्रधान ब्रजेश सिंह लाला, आरएसएस के जिला सह संपर्क प्रमुख अवधेश सिंह, चेयरमैन प्रतिनिधि भूरेलाल फ़ौजी, प्रबंधक मनोज गुप्ता, इंजीनियर राजकुमार सिंह, फौजी संजय सिंह, ब्रजेन्द्र मोहन सिंह, कॉन्स्टेबल अनय सिंह, अजय सिंह, इंदल सिंह, लखन पटेल, पूर्व सैनिक ज्ञान चंद्र शुक्ला, दिनेश सिंह, कुंज बिहारी सिंह, मार्तण्ड सिंह, रुद्र प्रताप सिंह, शैलेन्द्र सिंह, संदीप सिंह, हिमांशू, ब्रजेश सिंह एडवोकेट, पिंटू आदि शामिल हुए।
पुलिस ने महिलाओं को दी सुरक्षा एवं सशक्तीकरण अभियान की जानकारी
- मिशन शक्ति अभियान के हुआ जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बांदा। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के निर्देश पर जनपद में महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण हेतु चलाये जा अभियान मिशन शक्ति के क्रम में तहत थाना बदौसा में नियुक्त महिला बीट आरक्षियों द्वारा ग्राम चंदौर में महिलाओं व बालिकाओं को एकत्रित कर मीटिंग की गई। इस दौरान महिलाओं व बालिकाओं को शासन द्वारा उनकी सुरक्षा एवं सशक्तीकरण हेतु चलाये जा रहे कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई। उन्हे विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों जैसे वीमेन पावर लाइन-1090, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-1076, आपातकालीन सेवा डायल-112 आदि के बारे में बताया गया।
‘संभव’ अभियान से बच्चों का पोषण होगा ‘संभव’
- तीन माह अलग-अलग थीम पर चलेगा अभियान
- माताओं को बताए जा रहे स्तनपान के फायदे
- आंगनबाड़ी केंद्रों पर चल रहीं गतिविधियां
बांदा। बच्चों को कुपोषण के कंलक से बचाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों पर संभव अभियान चलाया जा रहा है। जिसमें चिन्हित कुपोषित व अतिकुपोषित बच्चों के साथ ही उनकी माताओं के स्वास्थ्य प्रबंधन पर जोर दिया जा रहा है। यह अभियान तीन माह यानी सितंबर तक चलेगा। प्रत्येक माह के लिए अलग-अलग थीम है। इस माह जुलाई में स्तनपान प्रोत्साहन को लेकर अभियान चल रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी राम प्रकाश ने बताया कि अगस्त में अभियान की थीम ऊपरी आहार प्रोत्साहन और सितंबर के लिए एनीमिया प्रबंधन एवं दस्त से बचाव रखी गई है। अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में (एनआरसी) भर्ती कराया जाएगा। वर्तमान में जिले में सैम (गंभीर कुपोषित) 2643, मैम (माध्यम कुपोषित) 8536 और गंभीर अल्पवजन (अतिकुपोषित) 10585 बच्चे चिन्हित हैं। कुपोषित बच्चों के घरों में खान-पान, स्वास्थ्य जांच और साफ-सफाई संबंधी व्यवहार की जानकारी, पुरुषों की सहभागिता, गोद भराई, पोषण किट वितरण इत्यादि गतिविधियां चल रही हैं।
सीडीपीओ (बिसंडा) प्रियांशु पटेल ने बताया कि बच्चे के उचित शारीरिक विकास के लिए कम से कम 6 माह तक बच्चे को केवल मां का दूध दिया जाना आवश्यक होता है। इस दौरान बाहर का दूध अथवा ऊपरी आहार, शहद, घुट्टी या टॉनिक बच्चे की आंतों में इन्फेक्शन पैदा करता है। जिससे बच्चे को दस्त होने लगती है और बच्चा कुपोषित हो जाता है। यूनिसेफ के जिला समन्वयक (पोषण) देवेंद्र कुमार ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों पर गतिविधियां आयोजित कर गर्भवती व धात्री महिलाओं को स्तनपान के फायदे बताए जा रहे हैं।
चोरों ने देवी मंदिर से उड़ाए चार घण्टे
- सुतरखाना मुहल्ले की घटना
बांदा। शहर में इन दिनों चोरों के हौसले बुलंद हैं। जो मौका देखते ही कहीं भी हाथ साफ कर देते हैं। अब तो उन्होंने मंदिरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। मंगलवार की रात चोरों ने शहर कोतवाली अंतर्गत सुतरखाना मोहल्ले में चौसड जोगनी देवी मंदिर मे लगे पीतल के 4 घंटे कटर से काटकर चोरी कर ले गए हैं। इस बारे में मंदिर के पुजारी फुल्लू बाबा ने बताया कि मंदिर में 26 किलो, साढ़े 12 किलो और 5 व 6किलो बजन के 4 घंटे कटर से काटकर चोर चोरी कर ले गए हैं। घटना की जानकारी कालू कुआं पुलिस चौकी को दे दी गई है।
पुलिस ने पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू की है, साथ ही अज्ञात चोरों की तलाश में पुलिस सीसीटीवी कैमरे भी खंगाल रही है लेकिन अभी तक चोरों का पता नहीं लग पाया है। इसी तरह इसी मोहल्ले के छोटेलाल राजपूत ने बताया कि इसके पहले भी इस मंदिर से चोरी हो चुकी है। चोर देवी मां का सोने का हार चोरी करके ले गए थे। जिसका आज तक पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। आज हुईं चोरी से श्रद्धालुओं में आक्रोश व्याप्त है। मोहल्ले के लोगों ने जल्दी ही चोरी का खुलासा करने की मांग की है।
पेड़ गिरा आम तोड़ रहा युवक, मौत
- मटौंध थाना क्षेत्र के अछरौड़ गांव की घटना
बांदा। आम तोड़ते समय पेड़ की डाल टूट जाने से युवक गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। जिला अस्पताल में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही घर वालों में कोहराम मच गया। परिजन पोस्टमार्टम कराए बगैर ही अंतिम संस्कार के लिए शव घर लेकर चले गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार मटौंध थाना क्षेत्र के अछरौड़ गांव निवासी चच्चू (27) पुत्र कैलाश बुधवार को दोपहर बगीचे में लगे पेड़ पर चढ़कर आम तोड़ रहा था। इसी बीच पेड़ की डाल अचानक टूट जाने से वह जमीन पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजन गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल लेकर आए। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही घर वालों में कोहराम मच गया। परिजन बगैर पोस्टमार्टम कराए ही अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर घर चले गए। मृतक के भाई राजू ने बताया कि चच्चू मजदूरी करता था। वह अपने पीछे पुत्री व पत्नी छोड़ गया है।
परम्परागत तरीके से मनाया गया गुरु पूर्णिमा
पैलानी/बांदा। आज बुधवार को गुरु पूर्णिमा पैलानी तहसील क्षेत्र के सभी मंदिरों व मठों में बड़े ही धूमधाम व परम्परागत तरीके से मनाया गया।गुरु पूर्णिमा में बड़े सुबह से ही भक्तों ने मंदिरों मठों में जाकर पूजा अर्चना किया।सबसे ज्यादा भीड़ शिव मंदिरों में देखने को मिली।
मार्ग हादसे में बाईक सवार घायल
बांदा। गले में रस्सी कस जाने से बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तिंदवारी थाना क्षेत्र के परसौड़ा गांव निवासी सुमित (22) पुत्र राम प्रकाश बुधवार को सुबह मुख्यालय से बाइक पर गांव लौट रहा था। शहर कोतवाली क्षेत्र के कालू कुआं के नजदीक सड़क किनारे खड़ी प्राइवेट बस की छत से क्लीनर ने सामान बांधने को रस्सी फेंकी। क्लीनर द्वारा फेंकी गई रस्सी बाइक सवार के गले में फंस जाने वह घायल हो गया। उसे गंभीर हालत में राहगीरों ने जिला अस्पताल पहुंचाया।
जसपुरा बीआरसी में आधार कार्ड बनवाने को लगी भीड़
पैलानी/बांदा। जसपुरा बीआरसी में आधार कार्ड बनवाने के लिए लगी छात्र-छात्राओं की भीड़ आपको बता दें कि इस समय विद्यालय चालू होते ही आधार कार्ड बनवाने के लिए छात्र-छात्राओं की भीड़ देखने को मिलती है जसपुरा बीआरसी में एक आधार कार्ड सेंटर खुलने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि वहां पर पहले दो सेंटर थे एक आधार कार्ड सेंटर बंद पड़ा है जिसके कारण काफी मात्रा में बीआरसी में भीड़ लगी रहती है वहां के लोगों ने बताया कि अगर दूसरा सेंटर भी चालू कर दिया जाए तो इतनी भीड़ ना लगे और दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। जब पूरे मामले की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी से ली गई तो उन्होंने बताया कि जसपुरा ब्लॉक में 32 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें से सभी लोग जसपुरा बीआरसी ही आधार कार्ड बनवाने आते हैं एक मशीन चालू होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है अधिकारियों को बात चल रही है दूसरे भी आधार कार्ड सेंटर चालू करने की।
टीसी के नाम पर ठगे जा रहे अभिभावक
- प्राईवेट विद्यालयों में टीसी के नाम पर चल रहा शोषण का कारोबार
बांदा। शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले विद्यालयों में लूट का खेल खुलेआम जारी है। जिले के अधिकांश विद्यालयों में टीसी देने के नाम पर अभिभावकों की जेबों पर डाका डाला जा रहा है। प्राईवेट स्कूलों में टीसी जारी करने के नाम पर एक से दो हजार रूपये प्रति टीसी के एवज रिश्वत खुलेआम ली जा रही है। इस प्राईवेट विद्यालयों के लाखों रूपये अवैध तरीके से प्राप्त हो रहे हैं। आपको बता दे की बांदा जिले के शिक्षण संस्थानों में आज कल दम से लूट लुटाई की जा रही है। ताजा मामला बांदा जिले के चिल्ला कस्बे क्षेत्र का जहां पर लोगो अपना विद्यालय का रजिस्ट्रेशन करा रखे है।वही शिक्षण संस्थान में टीसी के नाम एक से दो हजार रूपये रिश्वत टीसी देने के नाम पर ली जाती है।
विद्यालय के प्रबंध समिति द्वारा बच्चो के अभिभावकों को पैसा देने पर मजबूर किया जाता है वही आपको बता दे की यह कहानी पूरे जिले के विद्यालयों की है जहा अभिभावकों को पता नहीं है की टीसी का शुल्क किसी भी विद्यालयों में नहीं लगता है लेकिन अभिभावकों से मनमानी की जाती है आखिर कार उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार का कहना है की कही भी अवैध वसूली ना की जाए लेकिन सरकार को बदनाम करने का काम जिले में कुछ चंद विद्यालयों द्वारा यह कृत किया जा रहा है बच्चो को दाखिले नाम पर वा टीसी के नाम पर अभिभायको से 1 से 2 हजार रुपए लिए जाते है आखिर कार जिले का शिक्षा विभाग के आला अधिकारी कब नीद से जागेंगे और कब ऐसे विद्यालयों की जांच होगी ये तो देखने वाली बात है शिक्षा के मंदिरों खुले आम लूट लुटाई का खेल जारी है। यही आलम है बांदा जिले के अधिकांश शिक्षण संस्थानों में ये खेल खुलेआम जारी है।
0 टिप्पणियाँ
Please don't enter any spam link in the comment Box.