आगे शराब, मांस और नशीली गोलियों की वजह से अपराध और भ्रष्टाचार इतना बढ़ेगा कि सारा नियम कानून ताक पर जिसकी लाठी उसी की होगी भैंस

 


  • प्रेमियों! आप गुरु महाराज औऱ जयगुरुदेव नाम से जुड़े हो, दूसरों की भलाई के लिए पैदा हुए हो
  • राम-कृष्ण के साथ लगने वाले बंदर भालू गोपी ग्वालों की तरह कलयुग को परास्त करने के लिए प्रेमियों लगो

मुजफ्फरपुर (बिहार)। निजधामवासी बाबा जयगुरुदेव जी के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी, शाकाहारिता का भरपूर प्रचार करने वाले, इसी कलयुग में सतयुग लाने के अपने गुरु के मिशन में दिन-रात लगे हुए, युग परिवर्तन के समय में होने वाली भारी जन-धन की हानि को टालने के लिए प्रयासरत, आगे कानून व न्याय व्यवस्था को ढहने के कारण व बचाने के उपाय समय रहते बताने वाले, इस समय के पूरे समरथ सन्त सतगुरु त्रिकालदर्शी उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 17 अक्टूबर 2022 प्रातः मुज्जफरपुर (बिहार) में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि भोजन बनाने, खाने आदि के साथ लोगों को शाकाहारी नशामुक्त बनाने का काम अपने रोज के कामों में जोड़ दो क्योंकि शाकाहारिता इस समय पर बहुत जरूरी है। शाकाहारी अगर लोग नहीं बनेंगे तो अच्छे समय को नहीं देख पाएंगे।

कलयुग में सतयुग आने की बात विभिन्न धर्म ग्रंथों में लिखी है

गुरु महाराज बराबर कहते रहे, मैं भी कह रहा हूँ कि कलयुग में कलयुग जाएगा, सतयुग आएगा। लिंग पुराण के 40 वें अध्याय में, सूरसागर में, जगन्नाथ दास की उड़िया किताब में यही चीज लिखी हुई है। तो सतयुग तो अपने समय पर आएगा लेकिन सतयुग को देखेगा कौन? जो सतयुग के लायक बन जाएगा।

सतयुग में किस तरह के लोग, कैसा वातावरण होगा?

सतयुग में सभी लोग शाकाहारी नशा मुक्त चरित्रवान परोपकारी सत्यवादी अहिंसावादी, दयावान,  सेवा भावी, मददगार, प्रकृति व नियमों में रहने वाले, प्रकृति को खुश करने का काम करेंगे। समय पर जाड़ा गर्मी बरसात होगी, अन्न जल की कमी नहीं होगी, पवन देवता आंधी तूफान बवंडर नहीं लाएंगे, धरती माता हिलेंगी नहीं, भूकम्प अतिवृष्टि अनावृष्टि सूखा अकाल नहीं होगी। सूरज बहुत ज्यादा तपेगा नहीं। आदमी इसके लिए उपाय करेगा। उस समय का माहौल होगा, सब सच्चे दिल से सच्चे प्रभु भगवान को याद करेंगे, इस चेतन जीवात्मा से चेतन की पूजा करेंगे, वह समय सतयुग का होगा।

कलयुगी लोग सतयुग नहीं देख पाएंगे

जो सतयुग के लायक बन जाएगा वे सतयुग देखेंगे। यह कलयुगी लोग सतयुग नहीं देख पाएंगे। लेकिन यदि बहुत अच्छा समय आ जाए, सतयुग आ जाए और सतयुग के लायक कोई न रह जाए, सतयुग का आनंद लेने वाला न कोई रह जाए तो सतयुग लाने और सतयुग का आने का फायदा क्या होगा? इसलिए आपको परोपकार करना है।

प्रेमियों! आपको अवसर मिला है परोपकार करने का

परोपकार किसको कहते हैं? एक-दूसरे की मदद कर देना। आदमी ही परोपकार कर सकता है, जानवर नहीं। भूखा प्यासे नंगे को यदि आपके पास है तो खिला पिला दो वस्त्र दे दो, उसके दु:ख को दूर कर दो। लेकिन ये जानवर नहीं कर पाते। आप किसके शिष्य हो? आप गुरु महाराज से, जयगुरुदेव नाम से जुड़े हुए हो। दूसरों के लिए ही आप एक तरह से पैदा हुए हो। आप थोड़ा परोपकार करो। लोगों को बताओ समझाओ, सबसे पहले शाकाहारी बनाओ। शाकाहारी जब रहेंगे तो दिल दिमाग बुद्धि सही रहेगी।

मांसाहार शराब नशीली चीजों की वजह से अपराध भ्रष्टाचार बहुत बढ़ेगा, सारा कानून ताक पर चला जायेगा

मांसाहारियो को गुस्सा ज्यादा आता है। भ्रष्टाचार ज्यादा क्यों बढ़ रहा है? मांसाहार शराब नशीली चीजों की वजह से। अगर यही हाल रहा तो अपराध और भ्रष्टाचार इतना अधिक बढ़ जाएगा कि यह नियम-कानून एक तरफ ताक पर रख जाएगा, जिसकी लाठी उसकी भैंस होगी। कहा गया- 

जिसके हाथ में होगी लाठी वही भैंस ले जाएगा। रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आएगा।।

तो समझो कलयुग का पूरा असर दिखाई पड़ने लग जाएगा। इसलिए कलयुग के असर को खत्म करने के लिए, कलयुग सतयुग की इस लड़ाई में कलयुग को परास्त करने के लिए आपको प्रेमियों! राम-कृष्ण के साथ लगने वाले बंदर भालू, गोपी ग्वालों की तरह आप भी लगो।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ