- सन्त के सतसंग में आओ, घट-घट में दीप जलाओ
उज्जैन, मध्यप्रदेश। गत वर्षो की भांति इस वर्ष भी दीपावली में आश्रम पर (बाबा जय गुरु देव धर्म विकास संस्था, पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने, मक्सी रोड़, उज्जैन, म.प्र. मो. 9575600700) सतसंग व नामदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस समय पर बीमारी, लड़ाई-झगड़ा, बेरोजगारी, सूखा, बाढ़, भूस्खलन, अकाल मृत्यु तथा जातिवाद, धर्मवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, भाई-भतीजावाद, आतंकवाद, नक्सलवाद, माओवाद से परेशानी ही नहीं बल्कि लोगों की जान भी चली जा रही है।
परम् सन्त बाबा जयगुरुदेव जी महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी बाबा उमाकान्त जी महाराज दीपावली के शुभ अवसर पर घट-घट में दीपक जलाकर तकलीफों को कैसे दूर किया जा सकता है?- यह तो बताएंगे ही साथ ही साथ इसी मनुष्य शरीर रूपी मंदिर में भगवान के दर्शन का उपाय (नामदान) भी बताएंगे। आप सभी लोग परिवार, इष्ट मित्रों सहित समय से पधार कर फायदा उठा लीजिएगा। जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव रोज रात को सोने से पहले बराबर कुछ दिन बोलने से फायदा दिखने लगेगा।
बाबा उमाकान्त जी महाराज का आप सभी को विशेष संदेश
- युवाओं नशे की चीजें खा-पीकर जवानी बर्बाद मत करो।
- माता-पिता की सेवा करो, अधिकारियों का सम्मान करो, विरोधी कोई भी काम मत करो।
- बच्चों के संस्कार बदलने के लिए उनसे सुमिरन, ध्यान, भजन, नाम ध्वनि, सेवा करवाओ।
- सतयुग को लाने का एक अभियान चलाओ। घर-परिवार के लोगों को सतयुग के योग्य बनाओ।
- नौजवानों शाकाहार अपनाओगे, तो देश सेवा का मौका पाओगे।
- अपनी माता, धरती माता, गौ माता की रक्षा व सेवा कर मानव धर्म का पालन करो।
- जल बचाओ, पेड़ बचाओ, पेड़ लगाओ, नशामुक्त हो शाकाहार अपनाओ, माँ-बहनों की लाज बचाओ, जीव बचाओ, मतभेद दूर कर देश बचाओ, सच्चा मानव धर्म अपनाओ, भजन-पूजन में मन को लगाओ, धरती पर सतयुग ले आओ
- बेटियों को पढ़ाई के साथ-साथ भोजन बनाने व घर का कार्य भी सिखाओ।
- किसी की भी निंदा-बुराई, अपमान मत करो।
- शराब अपराध और भ्रष्टाचार की जननी है। मत पियो। इसे पूरे देश में बंद कर देना चाहिये।
- आगे ऐसा खराब समय आ रहा है कि नास्तिक व्यक्ति को भी खुदा, भगवान एक मिनट में याद आ जाएगा।
- जीव हत्या करके पैसा कमाने वाला कोई भी देश तरक्की नहीं कर सकता है, वह पैसा जहां भी लगेगा वहीं नाश करेगा
- धर्म में राजनीति नहीं बल्कि राजनीति में धर्म होना चाहिए।
- मनुष्य शरीर मन्दिर, मस्जिद, गुरुद्वारे की तरह से है। इसमें मान्स, मछली, अण्डा, शराब डालकर गंदा मत करो नहीं तो इससे पूजा, इबादत कुबूल नहीं होगी।
- परमात्मा का दर्शन मनुष्य शरीर में ही होता है।
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