हमारे लिए देश ही सर्वोपरि है - ओली



नेपाल के भूकंप प्रभावित जिला रुकुम से सगीर ए खाकसार की रिपोर्ट

नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री व नेकपा एमाले के अध्यक्ष के पी शर्मा ओली ने कहा कि हमारे लिए देश ही सर्वोपरि है.हमारी सरकार ने विकास की एक लम्बी रेखा खींची थी। क़ृषि, शिक्षा, यातायात, आदि क्षेत्रों में हमने उल्लेखनीय काम किया था। आम नेपाली के स्मिता और स्वाभिमान की रक्षा करना हमारी सरकार की प्राथमिकता में था। ओली इन दिनों पुष्पलाल पहाड़ी मध्य मार्ग पर केंद्रित "समृद्धि के लिए संकल्प यात्रा" पर हैं। यह यात्रा तीन हफ्ते की है जो झूलाघाट से चिवा भंज्यांग पहुंचकर समाप्त होगी।इस यात्रा का उद्देश्य इस भूभाग पर निवास करने वाले लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना, विकास का रोड मैप तैयार करना,स्थानीय लोगों संवाद,बड़ी तादाद में रोज़गार के लिए हो रहे युवाओं के पलायन आदि को रोकना है।

यात्रा के सातवें दिन बुधवार को वो नेपाल के सुदूर पश्चिम स्थित जिला रुकुम में थे। उन्होंने यहाँ सरकार पर जम कर निशाना साधा और कहा कि फिलवक्त देश गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है। बेरोज़गारी चरम पर है। मंहगाई  की मार से लोग कराह रहे हैं। विकास ठप्प है। देश के हालात नाजुक है। कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए सरकार के पास धन नहीं है। ओली यही नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि यह सरकार आम लोगों का विश्वास खो चुकी है। उत्पादन पूरी तरह से ठप्प हो चुका है.लोगों को न्याय नहीं मिल रहा है। लोग न्याय के लिए दर दर भटक रहे हैं। कर्मचारियों का शोषण हो रहा है और पुलिस प्रशासन का दुरपयोग सरकार अपने राजनैतिक लाभ के लिए कर रही है।

उन्होंने कहा कि देश को फिर से समृद्धि बनाना होगा। सुशासन स्थापित करना होगा। इस अवसर पर शंकर पोखरेल, विष्णु पौड़ेल, विष्णु रिमाल, प्रदीप गेवाली, रघुवीर महासेठ, भानु भक्त ढकाल, पदमा आर्याल, खिमलाल भट्टराई, गिरधारी लाल नेउपाने, शांता चौधरी, अर्जुन के सी, राजेश बजराचाररया, गोपाल थापा, रविन्द्र शर्मा, गुलाब जंग शाह, हलीम शाह, शिव कुमारी आदि की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।

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