US : राष्ट्रपति चुनाव के लिए नवादा अहम

Bill Kelly: Republicans finally speak out against Donald Trump - Hamilton |  Globalnews.ca

कोरोना महामारी से पूरा विश्व परेशान है फिर भी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में कोरोना की जांच को लेकर उनकी तारीफ की है। उन्होंने कहा कि मोदी ने मुझे फोन कर कहा कि आपने कमाल का काम किया है। दुनिया में कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज अमेरिका में ही हैं। नवादा में शनिवार रात एक चुनावी रैली के दौरान ट्रम्प ने यह बयान दिया। इससे पहले ट्रम्प कई बार कश्मीर मुद्दे पर भी मध्यस्थता का दावा करते रहे हैं। 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, ट्रम्प ने कहा कि हमने बड़े-बड़े देशों की तुलना में सबसे ज्यादा कोरोना के टेस्ट किए हैं। हमने अपने देश में भारत से भी ज्यादा कोरोना के टेस्ट किए हैं, जबकि भारत की आबादी करीब डेढ़ अरब है। अमेरिका में अब तक 44 मिलियन टेस्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे फोन किया। मोदी ने कहा कि टेस्टिंग को लेकर आपने कमाल का काम किया है। इस पर मैंने उनसे कहा कि यह बात आप यहां के बेईमान लोगों को समझाएं।

ट्रम्प ने अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन पर निशाना साधते हुए कहा कि जब चाइनीज वायरस आया, तब अगर बाइडेन देश के इंचार्ज होते, तो लाखों अमेरिकी लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ता। बता दें कि कोरोना से निपटने और अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर ट्रम्प विपक्ष के निशाने पर हैं। पॉलिटिको रिपोर्ट के मुताबिक, नवादा उन जगहों में से एक है, जिस पर ट्रम्प अपने चुनावी कैम्पेन के दौरान ज्यादा फोकस कर रहे हैं। यहां ट्रम्प अमेरिकी अर्थव्यवस्था को हैंडिल करने की उनकी नीतियों के प्रति लोगों में उत्साह को फिर से जगाने और हिस्पैनिक वोटर्स के साथ अपने सपोर्ट को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।

डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, बीते 24 घंटे में दुनिया भर में एक दिन में रिकॉर्ड 3 लाख 7 हजार 930 मामले सामने आए। सबसे ज्यादा मामले भारत से सामने आए। दूसरे नंबर पर अमेरिका और तीसरे नंबर पर ब्राजील रहा। अमेरिका में अब तक कुल 66 लाख 98 हजार 525 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अब तक 1 लाख 98 हजार 308 लोगों की मौत भी हो चुकी है।

पाक प्रधानमंत्री इमरान खान की अमेरिका यात्रा के दौरान ट्रम्प ने 22 जुलाई को मध्यस्थता की पेशकश की थी। उन्होंने यही प्रस्ताव 2 अगस्त और 23 अगस्त को दोहराया था। इमरान के अमेरिका दौरे पर ट्रम्प ने कहा था कि मोदी दो हफ्ते पहले उनके साथ थे और उन्होंने कश्मीर मामले पर मध्यस्थता की पेशकश की थी। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर ट्रम्प के दावे को गलत बताया था। भारत सरकार की ओर से कहा गया था कि प्रधानमंत्री मोदी और ट्रम्प ऐसी कोई बात नहीं हुई।

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