- फर्जी ली गई तहरीर में पत्नी का नाम न होने के बाउजूद ईरा अध्यक्ष की पत्नी पर भी दर्ज कर दिया मुकदमा
- नानपारा पुलिस पर करेंगे मानहानि का केस- राशिद अली
अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ
नानपारा(बहराइच)। पत्रकारों के खिलाफ रंजिश और दुश्मनी का एक ताजा मामला नानपारा कोतवाली में आया है। कुछ दिन पूर्व कोतवाली के हेड कांस्टेबल विनय मौर्या व एक अन्य सिपाही इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार राशिद अली के आवास पर तहरीर लेकर पहुँचे और पुलिसिया रौब दिखाते हुए ईरा प्रदेश अध्यक्ष को घर से बुलाया और कोतवाली चलने को कहा जब ईरा अध्यक्ष ने पूछा कि मामला किया है तो पुलिस कर्मियों ने कहा कि तुम्हारे खिलाफ शाहज़हाँ,और सिमरन ने तहरीर दी है कि दोनों महिलाओं से आवास दिलाने के नाम पर एक लाख तीस हजार रुपये लिए हो तो ईरा प्रदेश अध्यक्ष ने उन्हें बताया कि न तो मैंने किसी से कोई पैसा लिया है और न ही दोनों महिलाओं को जानते हैं तो पुलिस कर्मियों ने बताया कि रहीम खान पुत्र जब्बार खान निवासी ग्राम गुलालपुरवा इन दोनों महिलाओं को लेकर आया था।
इस दौरान पुलिस कर्मियों ने रहीम नामक व्यक्ति को फोन करना शुरू किया मगर उसने फोन नहीं उठाया तो पुलिस कर्मियों ने स्वयं कहा कि रहीम झूठा है और फ्राड कर रहा है हम उसके विरुद्ध कार्यवाही करेंगे और इसी दौरान हेड कांस्टेबल विनय मौर्या ईरा अध्यक्ष की फैमली के लोगों का नाम पूछ कर नोट करने लगे इसी दौरान ईरा अध्यक्ष की पत्नी का नाम पूछा तो उन्होंने शाहाना खातून नाम बताया इस दौरान ईरा अध्यक्ष ने तहरीर भी देखी थी जिसमे उनकी पत्नी के नाम का कहीं जिक्र नहीं था। दिनांक 22 जून को कोतवाली के दो पुलिस कर्मी ईरा अध्यक्ष के आवास पर नोटिस लेकर आये और कोतवाली चलने का दबाव बनाने लगे तो ईरा अध्यक्ष ने कहा कि आप नोटिस जो लाएं उस पर मैं हस्ताक्षर कर देता हूं और जमानत करवा लूंगा और पुलिस कर्मियों को यह भी बताया कि हम पत्रकार हैं और एक पत्रकार संघ के प्रदेश अध्यक्ष हैं तो दोनों पुलिस कर्मी और अधिक अभद्रता पर उतारा हो गए और ईरा अध्यक्ष के साथ में बदतमीजी करने लगे और नोटिस पर हस्ताक्षर भी नहीं करने दिया और यह धमकी देते हुए चले गए कि दुबारा वारंट लेकर आएंगे और तुम दोनों पति पत्नी घसीटते और पीटते हुए ले जाएंगे ज्ञात हो कि पुलिस ने फर्जी 107/116 की कार्यवाही की है और पुलिस आए दिन वर्दी का रौब दिखाने उनके घर पहुँच रही है जबकि नियमानुसार वारंट होने पर ही पुलिस किसी के दरवाजे पर जा सकती है मगर सिर्फ समाज मे अपमानित करने की नियत से पुलिस कर्मी उनके घर पर पहुँच कर अभद्रता करते हैं।
ईरा अध्यक्ष राशिद अली ने कहा कि समाज मे बनी पहचान तथा अपमानित करने वाले पुलिस कर्मियों पर वह मानहानी का केस करेंगे श्री अली ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार किसी पत्रकार पर मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सकता है जब तक प्रकरण की जांच में सच्चाई सामने न आ जाए अगर फर्जी मुकदमा दर्ज किया जाता है तो संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कानूनन अपराध दर्ज कर कार्यवाही का प्रावधान रखा गया है वहीं जानकारी प्राप्त होने पर इंडियन रिपोर्ट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव मोहम्मद जहाँगीर ने दिल्ली से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध में पत्र लिखा है और सभी प्रदेशों के अध्यक्षओं को अपने अपने प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिलाधिकारियों उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के उत्पीड़न पर विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही ज्ञापन देने का निर्देश दिया है ईरा महासचिव मोहम्मद जहाँगीर ने कहा कि अब बहुत उत्पीड़न पत्रकारों का हो चुका है मगर अब एक प्रदेश के अध्यक्ष और उनकी पत्नी को फर्जी तरीके से फंसाएं जाने पर आर पार की लड़ाई होगी।
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