समाजसेवियों को राजनीतिकरण से रहना होगा दूर : एके बिंदुसार

समाजसेवियों को राजनीतिकरण से रहना होगा दूर : एके बिंदुसार

  • चुनाव नजदीक है मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाकर पत्रकारों में डाली जाएगी फूट पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता गण रहे सावधान

वाराणसी, उत्तर प्रदेश। भारतीय मीडिया फाउंडेशन के संस्थापक ए के बिंदुसार ने पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को सावधान रहने की नसीहत दी हैं। उन्होंने वर्तमान समय में देश प्रदेश में पत्रकारों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के ऊपर हो रहे उत्पीड़न एवं उनके संवैधानिक अधिकारों के हनन के सवाल पर कहां कि जिस तेजी के साथ डिजिटल मीडिया अपनी नींव को मजबूत कर रहा हैं ऐसे में फिरंगी विचारधारा की सोच रखने वाले फिरका परस्त देश-प्रदेश में सक्रिय हो गए हैं कुछ प्रदेश में होने वाले आगामी चुनाव के मद्देनजर वह अपनी कूटनीति का चाल जरूर चलेंगे। 

उन्होंने कहा कि अभी कुछ झलक देखने को मिल रही है पत्रकारों में फूट डालो राज करो की नीति जोरों पर है क्योंकि जिस तेजी के साथ डिजिटल मीडिया न्यूज़ पोर्टल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज मुखर करने का कार्य किया है उतनी ही तेजी से डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए लोगों के ऊपर हमले हो रहे हैं उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है उनके संवैधानिक अधिकारों का हनन हो रहा है ऐसे में देश के पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को अपनी एकजुटता बनाए रखने की जरूरत है किसी भी कीमत पर फिरका परस्तो के झांसे में ना आए। 

बिंदुसार ने कहा कि देश प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करने वाले कई ऐसे संगठन है जो फिरका परस्त से लड़ने के लिए आगे आ गये है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया अधिकार महामोर्चा, भारतीय मतदाता महासभा जैसे कई संगठनों का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में उपरोक्त संगठनों के द्वारा एक महाक्रांति का संयुक्त रूप से उद्घघोष  किया जाएगा इसकी पूरी रणनीति बना ली गई हैं। 

उन्होंने कहा कि पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता तथा समस्त  नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों का मुद्दा भारतीय मानवाधिकार सुरक्षा परिषद (Human Rights Protection Council of India)  के समक्ष पेश किया जाएगा और उन्हें न्याय दिलाने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारतीय मीडिया फाउंडेशन के पदाधिकारी व देश के पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करें शोषित पीड़ितों गरीबों की आवाज को उठाएं अच्छे राजनेताओं के विचारधारा को आगे बढ़ाने का कार्य करें किसी भी फिरका परस्त के झांसे में ना आए।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ