छात्र-छात्राओं को मीनू के अनुसार दिया जाये भोजन : डीएम

छात्र-छात्राओं को मीनू के अनुसार दिया जाये भोजन : डीएम

  • प्रशासन पोषण अभियान की डीएम ने की समीक्षा

बांदा। बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत ‘‘प्रशासन पोषण पाठन अभियान’’ के अन्तर्गत विद्यालय में पाठन पोषण कार्य हेतु लगाये गये अधिकारियों की ड्यूटी की समीक्षा जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई जिसमें जिलाधिकारी के द्वारा अधिकारियों का अनुभव के विषय में चर्चा की गयी। सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का भौतिक सत्यापन और मध्यान भोजन मीनू के अनुरूप निर्धारित मात्रा एवं गुणवत्ता के अनुरूप छात्र एवं छात्रओं को दिया जाता है कि नही। निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, चहार दीवारी की स्थिति, शुद्ध पेयजल की स्थिति, छात्र एवं छात्राओं को अलग-अलग शौचालय, विद्यालय की रंगाई एवं पुताई, मल्टीपल हैण्ड वॉस की उपलब्धता, पुस्तकालय की स्थापना व उसकी क्रियाशीलता, शिक्षक डायरी का प्रयोग, विद्यालय में खेल के समान की उपलब्धता, छात्रों के शैक्ष्कि स्तर के सम्बन्ध मे टिप्पणी, छात्र/छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति, कम्पोजिट ग्रान्ट आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। इसके बाद  अन्तर्गत आंगनवाडी कार्यकत्री, सहायिका, आशा, ए0एन0एम0, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम सचिव, रोजगार सेवक एवं स्वयं सहायता समूह की कोई प्रतिनिधि आदि की जानकारी प्राप्त की।

जिलाधिकारी ने अधिकारियों से आंगनवाडी केन्द्रों में लाभार्थिंयों को दी जाने वाली दवायें एवं उपकरण तथा फर्नीचर के विषय में भी जानकारी प्राप्त की जिसमें टेक होम राशन, आई0एफ0ए0 लाल टैबलेट, आई0एफ0ए0 शीरफ, विटामिन ए टैबलेट, एम0सी0पी0 कार्ड, एलवेन्डाजॉल टैबलेट, पैरासिटामॉल, एनॉॅक्सिलिन टैबलेट, संचारी रोंगो हेतु किट, वजन मशीन, हाईट मापने हेतु मशीन, वी0पी0 मशीन, मानक टेप, वी0एम0आई0 चार्ट सहित आदि तथा किशोरी बालिकाओं को एनीमिया मुक्त करने के लिए ऑयरन फोलिक ऐसिड दवा का वितरण किया जा रहा है कि नही, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना, आयुष्मान कार्ड योजना के लिए लोंगो को जागरूक किया जा रहा है या नही तथा जनपद में जो अधिक जटिलता वाले कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन0आर0सी0) में रिफर किया जा रहा है या नही आदि के विषय में सघन मॉनीटरिंग की। ड्यूटी में लगाये गये 101 अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि कोई कर्मचारी सम्बन्धित विद्यालय या ऑगनवाडी केन्द्र पर न मिले तो सम्बन्धित अधिकारी को शीघ्र अवगत करायें और सम्बन्धित अधिकारी के द्वारा अनुपस्थित कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। 

उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में कर्मचारियों की उपस्थित अनिवार्य की जाये। उन्होंने उपरोक्त ड्यूटी में लगाये गये अधिकारियों को आज एक अतिरिक्त कार्य सौंपा है। जिस गॉव मे आगामी बुद्धवार या शनिवार को अधिकारी गोद लिए विद्यालय एवं आंगनवाडी केन्द्र जायेंगे तो उस ग्राम पंचायत में वैक्सीनेशन कैम्प लगाया जायेगा और जनसामान्य को जागरूक भी किया जायेगा। कोविड संर्क्रमण से बचाव हेतु टीकाकरण करना बहुत ही आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिस ग्राम पंचायत में वैक्सीनेशन शत्-प्रतिशत् हो जायेगा और जिले का नाम प्रदेश में रोशन होगा उस पंचायत से सम्बन्धित प्रधान एवं लेखपाल को सम्मानित किया जायेगा क्योंकि प्रदेश में जनपद बांदा वैक्सीनेशन में छठें स्थान पर है। 

जिलाधिकारी ने कहा हम सब लोंग मिलकर प्रयास करें कि जनपद बांदा वैक्सीनेशन पर प्रथम स्थान प्राप्त करे। उन्होंने उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि आगामी बुद्धवार तक वैक्सीनेशन टीम तैयार कर 101 ग्राम पंचायतों में वैक्सीनेशन हेतु कैम्प लगवाये जायें क्योंकि यह टीकाकरण अभियान चलाया जायेगा। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी वेद प्रकाश मौर्या, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 संतोष बहादुर सिंह, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार सहित समस्त उप जिलाधिकारी एवं जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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