- सही जानकारी न देने पर बीएसए का रोका वेतन
बांदा। बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत ‘‘प्रशासन पोषण पाठन अभियान’’ के द्वारा विद्यालय में पाठन पोषण कार्य हेतु लगाये गये अधिकारियों की ड्यूटी की समीक्षा जिलाधिकारी अनुराग पटेल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। जिसमें जिलाधिकारी के द्वारा अधिकारियों का अनुभव के विषय में चर्चा की गयी। सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का भौतिक सत्यापन और मध्यान्ह भोजन मीनू के अनुरूप निर्धारित मात्रा एवं गुणवत्ता के अनुरूप छात्र एवं छात्रओं को दिया जाता है कि नही।
निःशुल्क पाठ्य पुस्तकों का वितरण, चहार दीवारी की स्थिति, शुद्ध पेयजल की स्थिति, छात्र एवं छात्राओं को अलग-अलग शौचालय, विद्यालय की रंगाई एवं पुताई, मल्टीपल हैण्ड वॉस की उपलब्धता, पुस्तकालय की स्थापना व उसकी क्रियाशीलता, शिक्षक डायरी का प्रयोग, विद्यालय में खेल के समान की उपलब्धता, छात्रों के शैक्षिक स्तर के सम्बन्ध मे टिप्पणी, छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति, कम्पोजिट ग्रान्ट आदि बिन्दुओं पर चर्चा की गयी। इसके बाद आंगनवाडी कार्यकत्री, सहायिका, आशा, ए0एन0एम0, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, ग्राम सचिव, रोजगार सेवक एवं स्वयं सहायता समूह की कोई प्रतिनिधि आदि की जानकारी प्राप्त की। प्रशासन पोषण पाठन अभियान के माह नवम्बर में लगभग 40 अधिकारी विद्यालय नही गये और अनुपस्थित रहे इन सभी से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिये।
साथ ही जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से जानकारी प्राप्त करते हुए कहा कि गोद लिए 202 स्कूलों में कितने स्कूल ऑपरेशन कायाकल्प से अच्छादित हैं, जनपद के आठों खण्ड शिक्षाधिकारियों के यहां धनराशि कितनी-कितनी भेजी जाती है तथा कितने विद्यालयों में स्वास्थ्य परीक्षण के लिए मेडिकल टीम गयी कि नही यह भी जानकारी नही दे पाये। उपरोक्त तथ्यों से ऑकलित किया गया कि अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यों में रूचि नही ले रहे जो गलत है इसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए बेसिक शिक्षाधिकारी रामपाल का स्पष्टीकरण मांगते हुए अग्रिम आदेशों तक वेतन रोकने के निर्देश दिये।
ड्यूटी में लगाये गये 101 अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि कोई कर्मचारी सम्बन्धित विद्यालय या ऑगनवाडी केन्द्र पर न मिले तो सम्बन्धित अधिकारी को शीघ्र अवगत करायें और सम्बन्धित अधिकारी के द्वारा अनुपस्थित कर्मचारी के खिलाफ कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने-अपने क्षेत्रों में कर्मचारियों की उपस्थित अनिवार्य की जाये।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से आंगनवाडी केन्द्रों में लाभार्थिंयों को दी जाने वाली दवायें एवं उपकरण तथा फर्नीचर के विषय में भी जानकारी प्राप्त की जिसमें टेक होम राशन, आई0एफ0ए0 लाल टैबलेट, आई0एफ0ए0 शीरफ, विटामिन ए टैबलेट, एम0सी0पी0 कार्ड, एलवेन्डाजॉल टैबलेट, पैरासिटामॉल, एनॉॅक्सिलिन टैबलेट, संचारी रोंगो हेतु किट, वजन मशीन, हाईट मापने हेतु मशीन, वी0पी0 मशीन, मानक टेप, वी0एम0आई0 चार्ट सहित आदि तथा किशोरी बालिकाओं को एनीमिया मुक्त करने के लिए ऑयरन फोलिक ऐसिड दवा का वितरण किया जा रहा है कि नही, प्रधानमंत्री जननी सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृत्व वन्दना योजना, आयुष्मान कार्ड योजना के लिए लोंगो को जागरूक किया जा रहा है या नही तथा जनपद में जो अधिक जटिलता वाले कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केन्द्र (एन0आर0सी0) में रिफर किया जा रहा है या नही आदि के विषय में सघन मॉनीटरिंग की।
आज मीटिंग में अनुपस्थित 50 अधिकारियों का स्पष्टीकरण मांगा गया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जो टास्क दिया गया है अपने कार्यों के साथ-साथ इस कार्य में भी रूचि लेकर कार्य करें। बैठक में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार, अपर जिलाधिकारी नमामि गंगे एम0पी0सिंह, जिला बचत अधिकारी राकेश जैन, जिला समाज कल्याण अधिकारी गीता सिंह, सहित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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