जिला प्रशासन मुझे न्याय नहीं दे सकता तो दे दीजिए इच्छा मृत्युः कलकार

  • अनशनकारी पत्रकार ने सीओ पर लगाए गंभीर आरोप

बांदा। पिछड़ी जाति की महिला द्वारा हरिजन एक्ट का मुकदमा दर्ज कराये जाने से आहत पीड़ित पत्रकार द्वारा लगातार कई दिनों से अशोक लाट में आमरण अनशन किया जा रहा है। उधर पीड़ित पत्रकार रामकिशोर उपाध्याय ने पुलिस क्षेत्राधिकारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए मांग की कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिलता तो उन्हें इच्छा मृत्यु की अनुमति प्रदान की जाये। पीड़ित पत्रकार रामकिशोर उपाध्याय ने बताया कि वे ग्राम पुकारी तहसील नरैनी जनपद बांदा उत्तर प्रदेश का मूल निवासी और एक दैनिक हिंदी समाचार पत्र से जिला बांदा संवाददाता हुं। नीलम  सिंह पुत्री बाल गोविंद सिंह जो कि वर्तमान में सरस्वती शिशु मंदिर के पास अतर्रा चुंगी अलीगंज बांदा में रह रही है। 

नीलम सिंह का पैतृक गांव निवाड़ी कला थाना बकेवर तहसील ब्लाक भरथना जनपद इटावा है जो कि पिछड़ी जाति से है और में अनुसूचित जाति का प्रमाण पत्र बनवा कर उच्च प्राथमिक विद्यालय पुकारी में अनुदेशक पद पर नौकरी कर रही है। जिनके द्वारा 4 जुलाई को मुकदमा संगीन धाराओं में साइबर क्राइम थाना बांदा में मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। मेरे द्वारा जनपद के सभी उच्च अधिकारियों को पिछड़ी जाति होने के सबूत भी पेश किए जा चुके हैं। लेकिन जांच कर रहे पुलिस क्षेत्राधिकारी शहर राकेश कुमार के द्वारा मुझसे पैसे की मांग की गई फोन करके मुझे आफिस बुलाया गया जब मैंने पैसे देने से मना कर दिया तो बिना जांच किए ऑफिस में बैठकर मुझे दोषी बना दिया  जिससे मैं बहुत आहत हूं। 

उन्होंने बताया कि 17 दिसंबर 2021 को जिलाधिकारी बांदा व भारत के राष्ट्रपति को पत्र भेजकर इच्छा मृत्यु की मांग की है। अशोकलाट में 15 दिसंबर से आमरण अनशन शुरू किया था और आज मेरा आमरण अनशन का पांचवा दिन है। ना कोई डाक्टर आए ना ही कोई अधिकारी आया मेरी हालत दिन प्रतिदिन खराब होती चली जा रही है। मेरी प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं जिला प्रशासन से मांग है कि उक्त शिक्षिका को तत्काल नौकरी से हटाया जाए और फर्जी प्रमाण पत्र बनवा कर नौकरी करने की वजह से और झूठा मुकदमा लिखवाए जाने से 420 का मुकदमा लिखा जाए और मेरे पूरे मामले की जांच एसआईटी से कराई जाए जब तक मुझे न्याय नहीं मिलेगा तब तक आमरण अनशन जारी रहेगा और मे आमरण अनशन करते करते हैं अपने प्राण त्याग दूंगा।



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