शिवम सिंह, संवाददाता
बांदा/ जसपुरा। सीएससी की दो दर्जन से अधिक आशा कार्यकत्री ने मई 2019 से मानदेय न मिलने की समस्या को लेकर जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन बीडीओ को सौंपा। साथ ही मानदेय न मिलने तक किसी प्रकार का काम न करने का फैसला लिया है। ज्ञापन में बताया कि मई 2019 से अभी तक उनको मानदेय नहीं मिला है। सीएचसी जसपुरा में लिपिक से मानदेय लगाने को कहते है तो वह अधीक्षक के पास व अधीक्षक से कहते हैं तो वह वापस लिपिक के पास जाने को कहते हैं। साथ ही अभद्रता का भी आरोप लगाया।
जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन में कहा है कि वह अपने परिवार का जीवन यापन कर पाने में असमर्थ हैं, वह सीएचसी से सम्बंधित कोई भी कार्य नही करेंगी। अगर एक सप्ताह में मानदेय नही मिला तो वह जिलाधिकारी कार्यालय के सामने भूख हड़ताल करेंगी। इस दौरान आशाओं में सविता, प्राप्ति, पुष्पा, शिवकली, नीलम, राजवती, प्रभा, मैना, अंशलेखा, चंद्रकली, बिंदी, अरुण कुमार, मोना, पूनम, मिथिला, अनीता, चुन्नी समेत दो दर्जन से अधिक आशाएं शामिल रही।
उधर जसपुरा के प्रभारी बीडीओ अमित कुमार यादव का कहना है कि आशाओं ने मानदेय न मिलने की समस्या को लेकर के जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन दिया है। सीएससी के अधीक्षक का कहना है कि डॉ. सन्दीप पटेल का कहना है कि दिसम्बर 2021 तक का मानदेय सभी आशाओं को दिया जा चुका है, ज्ञापन देने में ऐसी आशाएं हैं जो काम नही करती और उन पर कोई कार्यवाही न हो इसलिए ऐसा दबाव बना रही हैं।
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