- छात्रोन्मुखी जागरूकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
बांदा। रविवार को विश्व कुष्ठ रोग दिवस के मौके पर पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट, गणेश भवन बांदा में दीर्घकालिक बीमारी छात्रोन्मुखी जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। स्टाफ फैकल्टी आयुषी गुप्ता, जोत्सना सिंह, बन्दना तिवारी द्वारा कुष्ठ रोग पर जानकारी दी गई। जिसमें इस रोग को फैलने से होने वाली कष्ट प्रद समस्या को बताया यह मुख्य रूप से मानव त्वचा, ऊपरी श्वसन पथ, आंखों और शरीर के कुछ भागों पर इसका विस्तार देखा जा सकता है। बंदना तिवारी ने बताया कि यदि समय रहते उपचार न किया गया तो यह रोग बढ़ कर एक गंभीर समस्या बन सकती है। जिसमें शरीर के अंग गल कर गिरने लगते है।
इंस्टीट्यूट निदेशक रमाकान्त द्विवेदी बताया कि विश्व में सर्वाधिक कुष्ठ रोगी भारत में है जो कुल कुष्ठ रोगियों का अकेले पच्चासी प्रतिशत भारत में है इस लिये शासन स्तर पर समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र और जिला अस्पताल पर निःशुल्क इलाज होता है संक्रमित रोगियों की शीघ्र उपचार से रोग को रोका जा सकता है साथ ही नियमित उपचार से रोगमुक्त हुआ जा सकता है इसके लिए हमें जागरूक स्वास्थ्य शिक्षा से समाज इस विमारी को फैलने से रोका जा सकता है नियमित उपचार ही बचाव है।
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