बांदा की टॉप पांच खबरों को पढ़ें मात्र पांच मिनट में


अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

नरैनी विधायक का कस्बे में जगह-जगह हुआ स्वागत

  • विधायक ओममणि वर्मा ने जताया आभार

अतर्रा/बांदा। शनिवार को मंडल अध्यक्ष अतर्रा वेद निराला की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी की  नरैनी विधायक ओम मणि वर्मा  मैं अतर्रा शहर में आभार जुलूस निकाला जिसमें अतर्रा शहर के लोगों ने विधायक का फूल मालाओं के साथ जगह-जगह स्वागत किया इस आभार जुलूस में  सैकड़ों कार्यकर्ताओं  के साथ आम नागरिक  मौजूद रहे आभार जुलूस के दौरान विधायक ओम मणि वर्मा ने कहा कि यह जीत कार्यकर्ताओं की जीत है रात दिन जिस तरह से कार्यकर्ताओं ने मेहनत किया उसी का नतीजा है कि आज हमनें माननीय श्री मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में सरकार बना रहे है। 

विधायक ओम मणि वर्मा ने कहा कि अतर्रा मंडल ने हमारा भरपूर सहयोग किया है अतर्रा मंडल ने ही हमें जीत की ओर अग्रसर किया है इसलिए मैं अतर्रा मंडल के समस्त कार्यकर्ताओं मंडल अध्यक्ष वेद निराला सहित सब का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं और कार्यकर्ताओं के लिए हमेशा तत्पर रहते हुए उनके किसी भी समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगी। मंडल अध्यक्ष ने जीत का परिणाम सुखद आने के लिए अपने मंडल के सभी कार्यकर्ताओं का दिल से शुक्रिया किया। 

इस आभार यात्रा में की अगुवाई मंडल अध्यक्ष अतर्रा वेद निराला ने की मंडल महामंत्री दीनदयाल द्विवेदी मंडल वरिष्ठ उपाध्यक्ष हरिप्रसाद मिश्रा मीडिया प्रभारी सुरेंद्र सिंह मीडिया सह प्रभारी ओम प्रकाश गौतम सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

खप्टिहा 100/3 खदान में मिल रही खनन नीति को चुनौती

  • नदी की जलधारा रोककर बनाया माफियाओं ने रास्ता 
  • प्रशासन और सरकार के लिए सिरदर्द बने मोरम के कुछ कारोबारी
  • शोपीस बनकर रह गए हैं कांटे और सीसीटीवी कैमरे

बांदा। बुंदेलखंड के बांदा में होने वाले अवैध मोरम के कारोबार से जुड़े कुछ कारोबारी प्रशासन और सरकार के लिए सिरदर्द बन गए हैं। जो नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से ओवरलोडिंग व प्रतिबंधित मशीनों का प्रयोग नदी की धारा में करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं। लाठी और बंदूक की नोकों पर जहां ग्रामीणों को जमकर धमकाया जाता है वहीं सैकड़ों की तादाद में आए ट्रकों के झुंड से धूल का गुबार उड़ता है इससे फसलों पर तो प्रतिकूल प्रभाव पड़ ही रहा है साथ ही साथ ग्रामीण दमा रोग के शिकार भी हो रहे हैं।

बांदा जनपद के पैलानी तहसील के पैलानी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खप्टिहा कलाँ में खनन विभाग द्वारा खंडो में टेंडर प्रक्रिया के तहत पट्टा धारक को वैध पट्टा दिया गया है, जिसमें  पट्टा धारक एनजीटी के नियमों और प्रशासनिक सख्तियों को ठेंगा दिखाते हुए दबंगई के दम पर दिन-रात बिना किसी नियमावली के मोरम के कारोबार को बदस्तूर जारी किए हैं।  पट्टा धारक प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भी भय नहीं रखते। जिला प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी मानक से विपरीत ट्रकों में खदान से ही ओवरलोडिंग का खेला खेल रहे हैं। जबकि ओवरलोडिंग और बिना रवन्ने के खदान से मोरम की बिक्री की पूरी जिम्मेदारी पट्टा धारक की होगी।

ऐसा खनिज नियमावली में है। इसकी रोकथाम के लिए खनन नियमों में संसोधन करके सभी खनन पट्टा क्षेत्रों में हाईफ्रीक्वेंसी पीजेड सीसीटीवी कैमरे लोडिंग प्वाइंट, प्रवेश और निकासी के साथ ओवरलोडिंग को रोकने के लिए सभी भार माप कांटे का प्रयोग करना अनिवार्य किया गया है लेकिन उसके विपरीत   खनन पट्टा क्षेत्रों में सीसी कैमरे और भार मापन कांटा केवल दिखावे के लिए ही लगे हैं। इनके सामने से दिन के उजाले में भी ओवरलोड ट्रक भरकर गुजारे जाते है। यही कुछ नजारा पैलानी तहसील में आने वाले खप्टिहा 100/3 में देखने को मिला। 

इस संबंध में जिला प्रशासन के कुछ अधिकारियों का कहना है कि समय-समय पर सूचना के आधार पर पट्टा धारकों पर निरंतर कार्यवाही की जा रही है। जिले की केन नदी में चल रही बालू खदानों में लोडिंग के लिए जब सैकड़ों की तादाद में ट्रकों का हुजूम पहुंचता है तो चौतरफा धूल के गुबार उड़ने लगते हैं। कहने को तो खदान संचालक अपनी निजी सड़क पर सिंचाई कराने की बात करते हैं लेकिन वह भी धूल रोकने में कारगर नहीं है। इससे जहां खेतों पर बोई फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है वहीं बस्ती में रहने वाले लोग दमा रोग का शिकार भी हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब से खनन कार्य शुरू हुआ है तब से उत्पादन बिलकुल शून्य सा हो गया है। तमाम लोग टीबी दमा से बीमार होकर हजारों रुपये अपने इलाज में फूंक चुके हैं।

शाम होते ही जलधारा में खनन को उतर जाती हैं मशीनें

शासन ने भले ही लिफ्टर मशीनों और पोकलैंड का प्रयोग खनन में प्रतिबंधित कर दिया हो लेकिन जनपद की सभी खदानों में इनका प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है। शाम होते ही सारी मशीनें जलधारा में उतर जाती हैं फिर सारी रात पानी के भीतर से मोरम निकाली जाती है। इससे जहां एक ओर जलीय जीव जन्तुओं पर खतरा मंडरा रहा है वहीं नदियों की कोख भी खाली हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि सारी रात मशीनों के जरिए पानी से बालू निकाली जाती है। ग्रामीणों ने बताया कि रात भर आधा दर्जन बड़ी-बड़ी मशीनें बीच धारा में बालू निकालकर बड़े बडे गड्ढे कर रही है जिससे नदी की जलधारा पर भारी प्रभाव पड़ रहा है। भारी गड्ढे होने से पानी की धारा तो रुक ही रही है साथ ही बड़े-बड़े जीव जन्तुओं पर भी खतरा मंडरा रहा है।वही माफिया कागज के नोटो की चमक से अँधे होकर नदी की जलधारा को ही रोककर बीच नदी से ही ओवरलोड ट्रको की निकासी के लिये रास्ता तैयार कर लिया है।

आप कार्यकर्ताओं के अरमानो पर प्रशासन ने फेरा पानी

  • पंजाब मिली जीत की खुशी में आप कार्यकर्ता निकालना चाहते थे तिरंगा यात्रा
  • आप नेताओं ने बाबा साहब की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

बांदा। पंजाब में आम आदमी पार्टी की ऐतिहासिक जीत मिलने की खुशी में पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी के आवाहन पर बांदा में भी तिरंगा यात्रा निकालने का निर्णय लिया गया था। लेकिन प्रशासन ने शहर में यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी। सिर्फ सांकेतिक रूप से अंबेडकर पार्क जाने की अनुमति दी। इस पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने अंबेडकर पार्क पहुंचकर डाक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को माल्यार्पण किया और तिरंगा यात्रा निकालने का इरादा छोड़ दिया।

इस बारे में पार्टी के जिला संयोजक अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि पार्टी ने सिविल लाइन स्थित कार्यालय से अशोक लाट तक तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला लिया था। इसके बारे में कोतवाली पुलिस व एलआईयू को जानकारी दे दी गई थी। शनिवार को जब पार्टी के कार्यकर्ता कार्यालय में एकत्र हुए और यात्रा निकालने की कोशिश की तब प्रशासनिक अधिकारियों से अनुमति लेने के बाद ही यात्रा निकालने को कहा गया। इस पर मैंने पार्टी के सचिव अवधेश कुमार गुप्ता के साथ सिटी मजिस्ट्रेट से लिखित रूप से अनुमति मांगी लेकिन उन्होंने तिरंगा यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी। 

केवल सांकेतिक तौर पर कार्यालय के बगल में स्थित अंबेडकर की प्रतिमा में माल्यार्पण की मौखिक अनुमति दी गई।इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं ने डॉक्टर अंबेडकर की प्रतिमा में माल्यार्पण कर शहर में धारा 144 लगे होने के कारण कार्यक्रम स्थगित कर दिया।  इस मौके पर जिला संयोजक के अलावा माखनलाल तिवारी, शिवम गुप्ता, पुष्पेंद्र सिंह चुनाले, रमेश चंद गुप्ता, वाचस्पति मिश्रा ,सत्यपाल सोनकर, योगराज सिंह, नीरज सिंह कछवाह, शैलेंद्र द्विवेदी, द्वारिका प्रसाद चौरसिया, धर्मेंद्र कुमार, सुनील कुमार राहुल अग्निहोत्री आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

NSS विशेष शिविर के समापन में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम

बांदा। महाविद्यालय अतर्रा द्वारा संचालित राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई संख्या 01 एवं 02 के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित विशेष शिविर के समापन समारोह के कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रबंधक करण सिंह , मुख्य अतिथि के रूप में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ. आर. के. दुबे, विशिष्ट अतिथि डा.ए.सी. मिश्रा, डा. डी.सी. गुप्ता, डा. राजेश श्रीवास्तव रहे। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना एवं अतिथियों के स्वागत माल्यार्पण एवं बैच अलंकरण से हुई। तत्पश्चात एनएसएस इकाई संख्या 01 के कार्यक्रम अधिकारी डा. मोहम्मद हलीम खान ने एनएसएस के लक्ष्य उठे समाज के लिए उठे उठे, जगे स्वराष्ट्र के लिए जगे जगे, गीत का सस्वर वाचन  कराया तथा विशेष शिविर के 7 दिनों में किए गए पूरे कार्यक्रमो की विस्तृत रूपरेखा को प्रस्तुत किया। 

इसके उपरांत विगत 7 दिनों में आयोजित विभिन्न विषयक प्रतियोगिताओं जैसे वाद विवाद प्रतियोगिता, क्विज प्रतियोगिता, पोस्टर प्रतियोगिता,  में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पाने वाले स्वयंसेवक/ सेविकाओं को स्वर्ण पदक रजत पदक एवं कांस्य पदक से अलंकृत किया गया। स्वर्ण पदक विजेताओं में भावना सिंह, रोशनी गुप्ता, रोहित कुशवाहा, रजत पदक विजेताओं में तानिया गुप्ता, रोहित कुशवाहा, तथा कांस्य पदक विजेताओं में रामप्रकाश, निर्भय विश्वकर्मा, कुलदीप प्रमुख रूप से रहे। समापन समारोह में छात्र छात्राओं ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज की बुराइयों को इंगित करते हुए छात्र छात्राओं ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण, कोविड-19 जागरूकता, मानवाधिकार जागरूकता, पर्यावरण संरक्षण, आदि  विषयक कार्यक्रमों के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने का सफल प्रयास किया। 

अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बुंदेलखंडी नृत्य, होली फाग गायन एवं नृत्य आदि ने उपस्थित सभी ग्रामीणों एवं अतिथियों का मन मोह लिया और भाव विभोर किया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने सभी प्रस्तुतियों को सराहनीय उनके उत्साहवर्धन हेतु नगद धनराशि प्रदान कर उत्साहवर्धन किया। विद्यालय के अध्यक्ष प्रबंध समिति करण सिंह ने छात्र छात्राओं को समाज एवं राष्ट्र निर्माण हेतु बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया। प्राचार्य प्रो.डॉ.आर के दुबे सर ने राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों को रेखांकित करते हुए छात्र छात्राओं को कैरियर निर्माण में एनएसएस की भूमिका को बताया तथा मानवाधिकारों  के संरक्षण हेतु अपने वक्तव्य दिए। 

कार्यक्रम का संचालन इकाई संख्या दो के कार्यक्रम अधिकारी डा. सतीश कुमार श्रीवास्तव ने किया, कार्यक्रम के समापन समारोह में आए हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन इकाई संख्या 01 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मोहम्मद हलीम  खान ने किया। कार्यक्रम में 1 सैकड़ा से अधिक स्वयंसेवक एवं सेविकाओं में अभय प्रताप, सिवेंद्र,अमित भारती, साक्षी, राखी आदि सहित  ग्रामीण जनमानस तथा प्रधान प्रतिनिधि धीरज अवस्थी, समाजसेवी प्रभात चंद्र अवस्थी पूरे समय ग्रामीणों के साथ उपस्थित रहे।

होली में मरें प्राकृतिक रंगों का इस्तेमालः सजल कुमार

  • इंडियन योग एसोसिएशन ने टेसू के फूलों की होली खेलने को किया प्रेरित

बांदा। आने वाले होली पर्व को देखते हुए इंडियन योग एसोसिएशन उत्तर प्रदेश स्टेट चौप्टर कमेटी चित्रकूट मंडल के तत्वाधान में रासायनिक रंगों से बचने और प्राकृतिक रंगों के इस्तेमाल के लिए इस वर्ष भी जनजागरूकता अभियान चलाया  गया। खासकर टेसू के फूलों से होली खेलने को प्रेरित किया गया। इंडियन योग एसोसिएशन उत्तर प्रदेश स्टेट चौप्टर कमेटी के बैनर तले चित्रकूट मंडल कोआर्डिनेटर सजल कुमार रेन्डर द्वारा अपने पूज्य पिताजी स्वर्गीय रमेश चंद्र रेन्डर की स्मृति में लगातार दसवें वर्ष भी आम लोगों को रासायनिक रंगों से बचने की सलाह दी गई और प्रकृति द्वारा प्रदत्त रंगों का इस्तेमाल करने पर जोर दिया गया।

इस क्रम में एक अभियान आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज बांदा, एक्सिस बैंक बांदा, राजकीय महिला महाविद्यालय बांदा, सेंट जेवियर्स हाई स्कूल बांदा में चलाया गया जिसमें प्रकृति द्वारा प्रदत्त रंग कैसे बना सकते हैं और उन से क्या-क्या लाभ होते हैं तथा रासायनिक रंगों के इस्तेमाल से होने वाले बीमारियों के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। प्राकृतिक कलर बनाने के लिए उपयोग में आने वाले फल और सब्जियों जैसे संतरा, अंगूर, गेंदे का फूल, गुलाब का फूल,पलाश के फूल हरा धनिया, चुकंदर, गाजर, टमाटर,बैंगन आदि से रंग कैसे बनाते हैं इसके तरीके भी बताए गए। सबसे ज्यादा जोर पलाश के फूलों  टेसू से रंग बनाने पर दिया गया है क्योंकि यह बुंदेलखंड में सर्वाधिक और सुगमता से उपलब्ध है।

होली खेलने के बाद पलाश के फूलों से अपने शरीर को मलने से चेचक जैसी भयानक रोगों से निजात मिलती है। इसके साथ साथ पलाश के फूल डायबिटीज, योन रोग आदि में भी उपयोगी है, जिसके बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम के पश्चात सजल कुमार रेन्डर द्वारा आदर्श बजरंग इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य आदरणीय कैप्टन मिथिलेश कुमार पांडे  को, राजकीय महिला महाविद्यालय की प्राचार्या  डॉ दीपाली गुप्ता , सेंट जेवियर हाई स्कूल की प्रधानाचार्या  बहन रीना सिंह, एक्सिस बैंक बांदा के शाखा प्रबंधक  शैलेश पाठक को पलाश के फूलों की थैली और उससे तैयार रंग की बोतल भी भेंट की गई। इस अवसर पर सभी ने इस अभियान को सराहा और एक स्वर से रासायनिक रंगों का इस्तेमाल न करने का संकल्प भी लिया।


 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ