यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी के लिए सपाईयों का प्रदर्शन


  • राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीम को सौंपा

अरबिंद श्रीवास्तव, ब्यूरो चीफ

बांदा। मंगलवार को समाजवादी अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ए.एस. नोमानी ने की अगुवाई मं सपाईयों ने जिलाधिकारी माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर युक्रेन में फंसे भारतीय छात्रां की तत्काल वापसी की मांग की है। डीएम को दिए ज्ञापन में नोमानी ने कहा है कि रूस द्वारा यूक्रेन पर सैनिक कार्यवाही किए जाने से लगभग 20 से 30 हजार भारतीय छात्रों की तत्काल जान बचाई जाए। इसलिए कि जो छात्र-छात्राएं वहां से निकलने की कोशिश कर रहे हैं, तो उन छात्र छात्राओं के साथ रशियन आर्मी द्वारा फायरिंग की जा रही है और छात्रों को लेकर रशियन आर्मी कहां जा रहे हैं, कुछ पता नहीं चल पा रहा है। 

इस तरह की बहुत सारी  वीडियोस पीड़ित छात्रों की वायरल हो रही हैं। जिसमें भारतीय छात्र- छात्राएं चिल्ला-चिल्ला कर कह रही है कि हमारी कोई भी मदद नहीं की जा रही है। यहां तक की भारतीय छात्रों के साथ बदसलूकी भी की जा रही है। इस गंभीरता को देखते हुए तत्काल भारतीय आर्मी को छात्रों की रक्षा के लिए भेजा जाए। जिससे कि कोई भी अप्रिय घटना भविष्य में ना घटित हो सके। यूक्रेन में रहने वाले भारतीय नागरिकों के हवाई खर्चे सहित समस्त खर्चों को भारत सरकार वहन करें  और उनसे कोई भी किराया ना लिया जाए। 

अगर यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को सीधे लाना संभव नहीं है तो, यूक्रेन से लगने वाले उन देशों में स्थापित भारतीय दूतावासों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से निकालकर आसपास के देशों में सुरक्षित पहुंचाया जाए। उनके रहने, खाने-पीने आदि का समस्त खर्चा भारत सरकार द्वारा उठाए जाए ,इस संकट की घड़ी में भारत सरकार की पूरी जिम्मेदारी बनती है कि इंडियन छात्रों की रक्षा करें।



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