जैसे वैशाख में नीम की पत्तीयां खाने से चेचक के दाग में रुकावट आती है ऐसे ही नाम ध्वनि बोलने से तकलीफों में आ जाएगी रुकावट - बाबा उमाकान्त जी महाराज

प्रेम से मनाओ, जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने से शराब और मांसाहार छोड़ देंगे

बिलासपुर (छत्तीसगढ़)। जो बीमारी तकलीफ में तो मदद करते ही हैं लेकिन घर में इनके आने के रास्ते ही बंद कर देने का उपाय बताने वाले, अपनी कमियां नहीं छुपाने पर सारी कमियाँ निकाल देने वाले, मांस और नशा छुड़ाने वाले, नामदान देने वाले, परोपकार करने करवाने वाले, इस वक़्त के पूरे समरथ सन्त सतगुरु, परम दयालु, त्रिकालदर्शी ,दुखहर्ता, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 7 अप्रैल 2023 प्रातः बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में दिए व अधिकृत यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर लाइव प्रसारित संदेश में बताया कि जब जयगुरुदेव नाम की लोगों ने मुसीबत में परीक्षा लिया, जयगुरुदेव नाम की ध्वनि लोगों ने बोला और फायदा हुआ, तकलीफें बीमारियां दूर हुई तब लोगों को विश्वास हो गया। आज भी लोग बोल रहे हैं। बहुत से पुराने लोग मिल जाएंगे जिन्होंने खूब आजमाइश करके देखा है। नए लोग भी आजमाइश कर सकते हो। हम चाहते हैं मुसीबत, तकलीफ आवे ही क्यों? पहले से आप तैयार हो जाओ।

वैशाख में नीम की पत्ती खाने से चेचक के दाग में रुकावट

अगर होम्योपैथिक दवा अगर पहले से खिला दी जाये तो चेचक नहीं होता। वैशाख में कुछ दिन तक सुबह नीम की तीन-चार कोपलें खा ली जाए तो बहुत से रोग उसी से नहीं आते हैं। पहले से रोक लगा दो। ऐसे ही जयगुरुदेव नाम की ध्वनि अगर आप लोग बोलने लग जाओ तो तकलीफों में रुकावट आ जाएगी, ब्रेकर लग जाएगा, तकलीफें आने में बांध बन जाएगा जैसे बाँध से पानी को रोकते है।

डॉक्टर, मास्टर और गुरु से कमियां छुपाना नहीं चाहिए

मैं देख रहा हूं, चेहरा मुरझाया हुआ है लोगों का। खाने की कमी नहीं है, कपड़ा भी बढ़िया पहनते हैं, जरूरत भर की बॉडी भी बनी हुई है लेकिन दिमाग की टेंशन में नींद जल्दी नहीं आती है। कुछ न कुछ लड़ाई-झगड़ा परेशानी घर में बनी रहती है। सबके सामने पोल नहीं खोलना चाहता हूं। डॉक्टर, मास्टर और गुरु से कोई बात छुपाना नहीं चाहिए, बता देना चाहिए। बताओगे नहीं तो कमियां दूर कैसे होंगी?

शराब और मांसाहार नाम ध्वनि बोलने से छोड़ देंगे

जिनके यहां तकलीफें रहती हो, लड़ाई-झगड़ा, कुछ-कुछ हो जाता हो, बच्चे मनमानी से काम करते हो, बीमारियां बनी रहती हो, रुपया-पैसा में बरकत न होती हो तो आप लोग जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलना शुरू कर दो। सुबह-शाम एक घंटा परिवार वालों को इकट्ठा करके खूब बोलो बुलवाओ। शाकाहारी नशा मुक्त रहकर के अगर बोलोगे तो ज्यादा जल्दी फायदा दिखाई पड़ने लगेगा। आपके कहने पर परिवार के लोग नहीं मानते, (गलत) खाना-पीना नहीं छोड़ते हैं तो उनको नाम ध्वनि में ही बैठाने लग जाओ।

नाम ध्वनि बोलने से कर्म कट जाएंगे, सही हो जाएगी बुद्धि, फिर नामदान ले लेंगे

परिवार में एक-दूसरे से जुड़े होने के नाते प्रेम से बहुत सी बातें मनवा ली जाती हैं। इतना तो मनवा ही लो उनसे। आपको पता है कि परिवार में हम किससे किस बात को कैसे मनवा लें। जब वह नाम ध्वनि में बैठने लग जाएंगे तो उनके भी कर्म कटने लग जाएंगे तो बोलने लग जायेंगे तो बुद्धि सही हो जाएगी। फिर आपसे ही कहेंगे चलो हमको भी नामदान दिला दो। आप दुनिया की चीजें मांगते हो, लड़का नहीं है लड़का हो जाए, पेट दर्द, सर दर्द ठीक हो जाए, कोई नौकरी माँगता, कोई कुछ, कोई कुछ मांगता है। साधक मांगता है कि साधना में हमारी तरक्की हो जाए, आगे बढ़ जाएँ।

बच्चे, बच्चियों, घर परिवार, जाति बिरादरी वालों को आप बदल सकते हो

समझाने बताने से बदलाव आता है। जब बातों को बता करके लड़के को पढ़ा ले जाती हो तो यदि पति नहीं मानते हैं तो क्या उनको नहीं समझा सकती हो? 24 घंटे का साथ है जब। समझो। चाहे पुरुष, स्त्री, परिवार वाले, रिश्तेदार, जाति बिरादरी वाले हो, आप उनको बदल सकते हो, शाकाहारी नशा मुक्त बना सकते हो।

गुरु की दया लोगों को दिलाने की बराबर कोशिश करते रहो

देखो मनुष्य ही परोपकार का काम कर सकता है, जानवर नहीं। परोपकार यानी दूसरे की मदद करना। जो भी गुरु महाराज की दया आपको मिली, गुरु महाराज के जाने से बाद आप सतसंग से जुड़े रहे, उनके जाने के बाद भी दया मिली, इसी दया को और लोगों को भी दिलाने के लिए आप लोग बराबर कोशिश करते रहो।

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