आरक्षण को संविधान की नौवीं अनुसूची में रखकर न्यायिक हस्तक्षेप से मुक्त किया जाय - अभिराम प्रसाद


जयराम अनुरागी

बलिया। पूना पैक्ट दिवस के अवसर पर आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर उसे मजबूत आरक्षण कानून बनाकर संविधान की नौवीं अनुसूची में डालने की मांग की गयी। लोक सभा में लंबित पदोन्नति में आरक्षण संबंधित 117 वां संविधान संशोधन बिल तुरन्त पास कराने, पिछड़े वर्गों के कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण, सच्चर कमेटी की रिपोर्ट लागू करने, शिक्षा का बाजारीकरण व निजीकरण तुरंत प्रभाव से बंद करते हुए एक समान और अनिवार्य शिक्षा कानून लागू किये जाने ,सेना के तीनों अंगों की भर्ती परीक्षा में आरक्षण लागू किया जाने, निजी क्षेत्र/ पीपीपी/आउट सोर्सिंग/संविदा भर्ती में आरक्षण लागू किया जाने, एससी/एसटी वर्गों की वास्तविक जनसंख्या के आधार पर आरक्षण की सीमा 22.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया जाने, प्रत्येक संवर्ग में रिक्त पड़े लाखों आरक्षित पदों को विशेष भर्ती अभियान चलाकर भरे जाने, आदिवासियों के जल, जंगल, जमीन की लूट और नक्सलवाद के नाम पर निर्दोष लोगों की हत्या बंद किया जाने, सिर पर मैला ढोने की अमानवीय प्रथा को बंद किया जाने, स्पेशल कंपोनेंट प्लान पर सख्त कानून बनाया जाने, शुल्क प्रतिपूर्ति एवम छात्रवृति की आय सीमा दो लाख से बढ़ाकर दस लाख किया जाने तथा आरक्षित वर्ग के सभी छात्रों को इसका लाभ दिया जाने, राइट टू इंप्लायमेंट, राइट टू लैंड, राइट टू हेल्थ कानून बनाये जाने, अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्ग के जातीय जनगणना करा कर उन्हें नौकरियों में उचित प्रतिनिधित्व दिया जाने  सहित 15 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा गया।

साथ ही ज्ञापन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय एव माननीय प्रधानमंत्री जी से यह मांग किया गया कि अगर उपरोक्त 15 सूत्रीय मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो 1932 के गोलमेज सम्मेलन द्वारा हमें प्राप्त कम्युनल अवार्ड वापस किया जाय तथा पूना पैक्ट के समझौते को रद्द किया जाए। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के राष्ट्रीय महासचिव अभिराम प्रसाद के नेतृत्व में सैकड़ो आरक्षण समर्थक एव कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिनमे विश्व बौद्ध महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष रमेशचंद, आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार, मंडल संयोजक अशोक कुमार, जिला संयोजक पारसनाथ चक्रवर्ती, जिला महासचिव दयाशंकर पुष्कर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अंजनी कुमार मुकुल, उपाध्यक्ष सच्चितानंद बौद्ध, निरंजन, विनोद कुमार, सुशील कुमार, जिला कोषाध्यकक्ष कल्पनाथ पासवान, रामचंद्र, कमलेश, जवाहरलाल,राजकिशोर, धर्मराज, शिवानंद, अखिलेश कुमार, मिथिलेश कुमार, हरिनाथ, मनोज कुमार, शाहनवाज खान, रामलाल आदि लोग प्रमुख रूप से शामिल रहे।


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