शहीदों के बलिदानों को नहीं भुलाया जा सकता : आईजी

शहीदों के बलिदानों को नहीं भुलाया जा सकताः आईजी
  • स्मृति दिवस में शहीद जवानां को दी श्रद्धांजलि
  • ठोकिया के मुठभेड़ व बिकरू काण्ड के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

बांदा। अपना फर्ज निभाते हुए देश के लिए शहीद होने वाले पुलिस जवानां को पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाईन्स व फतेहगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गढ़वा मानपुर सहित कानपुर के बिकरू काण्ड में शहीद हुए सहेवा के सीओ को आयोजित कार्यक्रम में चित्रकूट धाम परिक्षेत्र के आईजी के.सत्यनारायणा सहित एसपी व महकमे में अन्य अधिकारियों ने सलामी देते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर आईजी ने कहा कि अपनी ड्यूटी और देश के प्रति अपना फर्ज निभाते हुए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले अमर शहीद पुलिस कर्मियों की शहादत को नहीं भुलाया जा सकता। इस मौके पर शोक परेड के दौरान शहीदों की वीरगाथा को सुनाया गया। जिसे सुनकर सभी की आंख नम हो गयीं। 

इसी तरह थाना फतेहगंज क्षेत्रान्तर्गत ग्राम गढ़वामानपुर में दस्यु दल द्वारा पुलिस बल की गाड़ियों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने से 6 एसटीएफ के जवान व मुखबिर मौके पर शहीद हो गये थे तथा 9 लोग घायल हो गये थे। शहीदों की याद में घटना स्थल पर शहीद स्मारक का निर्माण कराया गया था। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर कर्तव्य की वेदी पर प्राणों की आहूति देने वाले उन बीर जवानों को नावभीनी श्रद्धा सुमन अर्पित की गयी। इस अवसर पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक बांदा सहित क्षेत्राधिकारी अंतर्रा, थाना फतेहगंज, थाना अंतर्रा तथा बदौसा के पुलिस बल द्वारा पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए वीर जवानों की गाथा को सुनाया गया। 

पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर  02 जुलाई 2020 को जनपद कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्रान्तर्गम ग्राम बिकरू में दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे एवं उसके साथियों द्वारा दबिश में गये क्षेत्राधिकारी देवेन्द्र मिश्रा एवं हमराही पुलिस बल पर योजनाबद्ध तरीके से गोलिया बरसाते हुए हमला कर दिया गया था जिसमें क्षेत्राधिकारी सहित पुलिस के 08 जवान शहीद हो गये थे।उन वीरों को याद कर पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर प्रभारी निरीक्षक गिरवां शहीद सीओ देवेन्द्र मिश्रा के पैतृक गांव सहेवा पहुंचे व उनके चित्र पर श्रद्धांजली अर्पित करते हुए माल्यार्पण किया गया साथ ही उनके परिजनों एवं ग्रामवासियों के साथ उनकी वीरगाथा को याद किया गया।


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