इस धरा पर मौजूद पूरे प्रकट सन्त जीव रक्षा के लिए बार-बार कर रहे आगाह-
मनुष्य द्वारा कुदरत के नियमों के उल्लंघन से नाराज कुदरत की सन्निकट सजा से लोगों को बचने के उपाय बताने वाले, सबके हितैषी, उज्जैन वाले बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 24 अक्टूबर 2021 को इंदौर में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम पर प्रसारित संदेश में बताया कि जब जीव यहा आकर भटक गए, नरको में कर्मों के अनुसार जाने लगे, मार पड़ी, काटे, गलाए, सड़ाये, तपाए, मारे-काटे जाने लगे तब उस प्रभु को दया आ गई और सन्तों के रूप में उन्होंने अपनी ताकत को भेज दिया। संत जब आए तो जीवात्मा को शब्द पकड़ाए और जीव शब्द की सीढ़ी चढ़ते-चढ़ते वहां पहुंच गये।
"नामदान" लेकर बराबर सुमिरन, ध्यान, भजन करते रहोगे तो खराब समय से बचत होगी
महाराज जी ने कहा आपको ऐसी चीज बता दिया है जिससे आने वाले खराब समय में बचत होगी। बहुत खराब समय आ रहा है। अभी आपने तकलीफें नहीं देखी, एक मिनट में भगवान न याद आ जाए तो कहना। जैसे कोरोना जब आया तो जो भगवान का नाम नहीं लेते थे, वो भगवान को याद करते लगे, पूजा पाठ भी करने लग गए, जो नमाज नहीं पढ़ते थे वो भी नमाज पढ़ने लग गए, जो भगवान को नहीं समझते थे और कहते थे मैं ही भगवान हूं तो जब तकलीफ आई तो भगवान को याद करने लगे। कुदरत देगी कर्मों की सजा। भारी आफत आएगी। ध्यान, भजन, सुमिरन, सेवा करते रहोगे तो आपकी बचत गुरु महाराज की दया से होगी।
प्रेमियों! अच्छा समाज बनाओ। किसी का बुरा मत चाहो, किसी भी देवी-देवता, जाति-मजहब की निंदा मत करो
देश की संपत्ति आपकी संपत्ति है। महाराज जी ने भक्तों से कहा कि देश प्रेम बराबर बनाए रखना। देश की संपत्ति आपकी अपनी संपत्ति है। अधिकारी-कर्मचारी सबका सम्मान करना। किसी जाति-बिरादरी, धर्म, देवी-देवता खुदा की निंदा मत करो। आप अपना अलग एक अच्छा समाज बनाओ। हो सके तो किसी की मदद कर दो, किसी का बुरा मत चाहो।
मांसाहार और नशे का सेवन बंद नहीं किया तो बहुत कम उम्र में ही लोग शरीर छोड़ देंगे
महाराज जी ने कहा कि वैज्ञानिकों को यह नहीं मालूम होगा, आपके इंदौर में आज 24 अक्टूबर 2021 को मैं बता कर जा रहा हूं कि मांसाहार और नशे का सेवन बंद नहीं किया तो लोगों की उम्र बहुत कम हो जाएगी। कम उम्र में ही लोग शरीर छोड़ने लग जाएंगे।
जैसे यहां का नियम, ऐसे ही प्रकृति के नियम है। प्रकृति से छेड़छाड़ मत करो, उसके नियम का उल्लंघन मत करो
आप देखो शाकाहारी सदाचारी नशा मुक्त जब लोग रहते थे तो कलयुग में भी लोग 100 साल तक जिंदा रहते थे। ऐसे नशे का सेवन नहीं करना है जिससे आदमी होश में नहीं रह जाता है, मां-बहन-बेटी की पहचान आंखों से खत्म हो जाती है। शराब के नशे में बाप अपने बेटी का, भाई अपने बहन तक का हाथ पकड़ लेता है, रिश्ते को तार-तार कर देता है। मनुष्य प्रकृति के नियम का उल्लंघन कर देता है। जब नियम का कोई उल्लंघन करता है तब सजा मिलती है कि नहीं मिलती है? कहा गया, दूसरे का धन चोरी मत करो, दूसरे की मां-बहन को मत छेड़छाड़ करो। जैसे कोई करता है तो यहां की सरकार सजा देती है, इसी प्रकार कुदरत भी सजा देती हैं।
जयगुरुदेव नाम में बहुत शक्ति-ताकत है। आपका मन जो बुरे काम कराता है, मन मर जाएगा जयगुरुदेव नाम ध्वनि बोलने से
महाराज जी ने बताया कि मन इस शरीर का राजा बन बैठा है। शरीर से गंदे काम, शराब पिलाता मांस खिलाता है। ये जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलने से उनका मन मर जाएगा। मन इस शरीर को जब गंदे काम करने के लिए नहीं ले जाएगा तो यह शरीर पाप से बच जाएगा। जय गुरु देव नाम में बहुत शक्ति, बहुत ताकत है। गुरु महाराज ने इस नाम को जगाया था। जयगुरुदेव नाम की ध्वनि आप बोलते रहना। महाराज जी ने भक्तों को प्रभु प्राप्ति का रास्ता, देवी-देवताओं के दर्शन-दीदार का रास्ता नाम दान देने के बाद प्रैक्टिकल, ध्यान भजन भी कराया।
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