श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय में दो दिवसीय वाल्मीकि समारोह का आयोजन 27 अक्टूबर से

  • आदिकवि वाल्मीकि एवं महाकवि कालिदास साहित्य पर होगी केन्द्रित शोध संगोष्ठी 

चित्रकूट। उज्जैन! संस्कृति विभाग म. प्र. शासन के तत्त्वावधान में कालिदास संस्कृत अकादमी म.प्र.संस्कृति परिषद्, उज्जैन एवं श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय अंतर्गत श्री रघुवीर मंदिर ट्रस्ट बड़ी गुफा जानकी कुण्ड, चित्रकूट के तत्त्वावधान में दिनांक 27 एवं 28 अक्टूबर, 2021 को द्वि-दिवसीय वाल्मीकि समारोह का आयोजन श्री सद्गुरु सभागार, जानकी कुण्ड, चित्रकूट में किया जा रहा है। 27 अक्टूबर को प्रातः 11ः00 बजे समारोह का शुभारम्भ डॉ बी.के. जैन निदेशक एवं ट्रस्टी, श्री सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट, चित्रकूट के मुख्य आतिथ्य, श्री श्री 1008 राजगुरु, स्वामी डॉ. बदरी प्रपन्नाचार्य, युवराज स्वामी राजगुरु आचार्य आश्रम, चित्रकूट के सारस्वत आतिथ्य एवं प्रो. कपिलदेव मिश्र, कुलपति, रानी दुर्गावती विश्व विद्यालय, जबलपुर की अध्यक्षता में सम्पन्न होगा यह जानकारी कालिदास संस्कृत अकादमी, उज्जैन के प्रभारी निदेशक डॉ. सन्तोष पण्ड्या  एवं कार्यक्रम के प्रभारी डॉ. सन्दीप नागर ने देते हुए बताया कि शुभारम्भ विधि के पश्चात् इसी दिवस आमंत्रित विद्वान् ‘‘आदिकवि वाल्मीकि एवं महाकवि कालिदास साहित्य में वन्य संस्कृति’’ पर केन्द्रित शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में शोधपत्रों का वाचन करेंगे।  

शोध संगोष्ठी के तदनन्तर सेला, ददरिया एवं केहरवा जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति श्री कमलसिंह मरावी एवं समूह ग्राम-बरसोद, जिला डिण्डौरी द्वारा दी जाएगी।समारोह के द्वितीय दिवस 28 अक्टूबर, 2021 को प्रातः 11ः00 बजे ‘‘आदिकवि वाल्मीकि एवं महाकवि कालिदास साहित्य में वन्य संस्कृति’’ पर केन्द्रित शोध संगोष्ठी के द्वितीय सत्र  में आमंत्रित विद्वान् शोधपत्रों का वाचन करेंगे। शोध संगोष्ठी के पश्चात् कर्मा, परधोनी, घोड़ी पेठाई एवं फाग जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति श्री दयाराम रठुड़िया एवं समूह वनग्राम धुरकुटा, जिला-डिण्डौरी द्वारा दी जाएगी। यह सांस्कृतिक प्रस्तुति श्रीमती उषा जैन, अध्यक्ष, श्री सद्गुरु शिक्षा समिति, चित्रकूट की विशेष सन्निधि में सम्पन्न होगी। समस्त कार्यक्रमों में आमजन सादर आमंत्रित है। प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क रहेगा। कार्यक्रम कोरोना संक्रमण से बचाव संबंधी शासन के दिशा निर्देशों के अनुरूप सम्पन्न होगा।

श्रीराम संस्कृत महाविद्यालय में दो दिवसीय वाल्मीकि समारोह का आयोजन 27 अक्टूबर से


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