दबंगों का कहरः देशी शराब की दुकान में दरवाजा तोड़कर की लूटपाट

  • सेल्समैन ने गांव के ही दबंगों पर लगाया पैसे छीन कर ले जाने का आरोप
  • जांच करने गए सिपाहियों ने पीड़ित सेल्समैन से ही की अभद्रता

बांदा। जनपद पुलिस की शिथिलता के चलते अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि किसी की भी दुकान में घुसकर लूटपाट करते हैं और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो जाते हैं। गजब तो तब हो जाता है जब पीड़ित द्वारा पुलिस में शिकायत करने पर जांच करने आए पुलिसकर्मियों द्वारा उल्टा पीड़ित को ही धमकाया जाता है। मामला जनपद के नरैनी कोतवाली अंतर्गत शंकर बाजार देसी शराब की दुकान का है जहां के सेल्समैन ने चौकी इंचार्ज करतल को प्रार्थना पत्र देते हुए बताया की 24 अक्टूबर 21 को समय लगभग रात्रि 9 बजे मैं दुकान पर बैठा हुआ था।

उसी दौरान पड़ोस के ही रामू पुत्र बब्बू राजकुमार पुत्र रघु आशीष पुत्र वृंदादीन दारू खरीदने आए और उधार दारू मांगने लगे। दारू उधार ना देने पर गाली गलौज करते हुए मेरे ऊपर फर्जी हरिजन एक्ट लगवाकर जान से मारने की धमकी देते हुए दुकान में रखे पैसे व शराब की शीशियां छीनकर फरार हो गए और पुलिस में शिकायत ना करने की धमकी देते हुए चले गए। पीड़ित ने बताया कि कई बार डायल 112 में फोन किया गया परंतु कोई भी पुलिसकर्मी मौके पर नहीं आया। 

मीडिया को जानकारी देते हुए पीड़ित ने बताया कि करतल चौकी से दो सिपाही क्रमशः के के.जयसवाल और नारायण जांच करने आए थे जिनके द्वारा मुझे ही उल्टा डराया धमकाया गया है और अभद्रता भी की गई है। मीडिया द्वारा जब पूरे प्रकरण की जानकारी चौकी इंचार्ज करतल से ली गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जानकारी मुझे नही है। सोचने वाली बात यह है कि जिम्मेदार चौकी इंचार्ज की कार्यशैली यदि ऐसी है तो क्यों ना अपराधियों के हौसले बुलंद हों।



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