घूराराम पूर्वांचल के दलितों-पिछड़ों की आन-बान-शान थे - आशुतोष सिन्हा

घूराराम से टकराने में सामन्ती ताकते सौ बार सोचती थी - लाल चन्द यादव

जयराम अनुरागी 

बलिया। उत्तर प्रदेश सरकार  के पूर्व स्वास्थ्य राज्य मंत्री स्व० घूरा राम की तीसरी पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव पहाड़पुर में बहुत ही श्रद्धापूर्वक मनायी गयी, जहां जनपद के कोने-कोने के अलावे पड़ोसी जनपदों से हजारों की संख्या में लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए विधान परिषद के वरिष्ठ सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कहा कि स्व० घूरा राम पूर्वांचल के दलितो-शोषितो की आन-बान-शान थे। इन्होंने कभी भी सामन्ती ताकतों के सामने घुटने नहीं टेके। ये अपने संघर्षों के बल पर ही सामान्य परिवार से निकलकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी एक अलग पहचान बनाये थे। 

 इन्होने अपनी राजनीति की शुरुआत टी.डी. कालेज के छात्रसंघ के अध्यक्ष पद के चुनाव से की थी, जब जातिवाद और सामन्तवाद चरम था और उस समय छात्रसंघ के किसी पद के लिए किसी दलित को पर्चा भरना , लोहे के चने चबाने जैसा था। ऐसी परिस्थिति में स्व० घूरा राम ने छात्रसंघ की राजनीति में दखल देकर सामन्ती ताकतों की नींद हराम कर दी थी।

शिक्षक एम.एल.सी. लालचन्द यादव ने कहा कि स्व० घूरा राम की गिनती दबंग नेताओं में होती रही है। ये जहां दलितों, पिछ़ड़ो और कमजोर वर्गों के लिए पक्ष के पहाड़ थे, वही सामन्ती ताकतों के लिए एक चुनौती से कम नहीं थे। यही कारण है कि स्व० घूरा राम से टकराने में सामन्ती ताकते सौ बार सोचती थी। इनकी कमी को लम्बे समय तक पूरी नहीं की जा सकती है।  अन्त में इनके बड़े पुत्र  एवं समाजवादी पार्टी बेल्थरा रोड के प्रभारी डा० अनुराग कुमार गर्ग और छोटे पुत्र एवं चिलकहर के ब्लाक प्रमुख आदित्य गर्ग ने सामुहिक रुप से आये हुए लोगों के प्रति आभार प्रकट किया। 

वही स्व० घूरा राम के भतीजे एवं स्व० सुभाष राम के पुत्र अभय कुमार कौशल जो पहाड़पुर के ग्राम  प्रधान के साथ - साथ प्रधान संघ चिलकहर के ब्लाक अध्यक्ष भी  है, ने सभी आगुन्तकों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया । श्रंद्धाजलि सभा का सफल संचालन एस.एन. कौशल ने किया।

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